जम्मू। सीमापार से पाकिस्तान द्वारा लगातार जारी जबरदस्त फायरिंग के मद्देनजर जम्मू कश्मीर पुलिस ने सांबा और क ठुआ जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है तथा सरहद पर रहने वाले लोगों को घरों को अंदर रहने की सलाह दी गई है।…
क ठुआ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहन लाल ने कहा कि सीमा पर जारी तनाव के चलते सीमावर्ती इलाकों खासकर अन्तर्राष्ट्रीय सीमा के पास रहने वाले लोगों के लिए एहतियातन अलर्ट जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि लोगो को खुले में नहीं घूमने, मवेशियों को सुरक्षित रखने तथा चौकस रहने की सलाह दी गई है।
एसएसपी ने कहा कि कुछ खास जगहों की पहचान की गई है और जरूरत पड़ी तो आपात स्थिति में सीमावर्ती लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा। सांबा जिला प्रशासन और पुलिस ने भी अलर्ट जारी कर दिया है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमने लोगों से चौकस रहने तथा ज्यादा न घूमने फिरने की अपील की है। सीमावर्ती लोगों को सलाह दी है कि सीमापार से फायरिंग की स्थिति में वे अफरा तफरी न करें अलबत्ता सुरक्षित स्थानो पर रहें। लोगों को छतों पर या खुले में न सोने की सलाह दी है।
अधिकारी नेकहा कि आपात स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए जगहों का इंतजाम कर लिया गया है। जम्मू के जिला विकास आयुक्त अजीत साहू ने कहा कि सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति है लेकिन हमने अरनिया, आरएस पुरा, परगवाल, कान्हाचक से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
हम संकट की इस घड़ी के लिए समय समय पर लोगों के साथ बैठक करके उन्हें जरूरी दिशा निर्देश दे रहे हैं। हमने लोगों के लिए सरकारी और निजी भवनों में ठहरने की व्यवस्था की है। साथ ही उनके खाने पीने और अन्य आवश्यक वस्तुओं का इंतजाम किया है।
56 इंच की छाती हो गई है 5.6 इंच : कांग्रेस
नई दिल्ली। कांग्रेस ने पाकिस्तान द्वारा सीमा पर संघर्ष विराम का बार बार उल्लंघन कर गोलाबारी किए जाने और इसमें आम नागरिकों के मारे जाने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर मौन क्यों हैं। कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद ने यहां पार्टी की नियमित ब्रीफिंग में कहा कि पिछले एक सप्ताह में पाकिस्तान ने 19 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है और उसमें सात लोगों की मौत हुई है लेकिन प्रधानमंत्री इस पर अपनी आदत के विपरीत पूरी तरह मौन हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने से पहले मोदी रक्षा और सुरक्षा मामलों को लेकर गंभीर चिंता जताते थे। उन्हें बताना चाहिए कि वह अब मौन क्यों हैं। प्रवक्ता ने कहा कि मोदी कहते थे कि ऎसे मामलों से निपटने के लिए 56 इंच की छाती चाहिए लेकिन लगता है कि अब यह छाती 5.6 इंच की रह गई है। उन्होंने कहा कि देश अंशकालिक रक्षा मंत्री के भरोसे चल रहा है और प्रधानमंत्री को अपनी पार्टी के 282 सांसदों में से कोई भी रक्षा मंत्री के योग्य नजर नहीं आया।