कानपुर। गोविंद नगर के अंबेडकर इलाके में दिनदहाड़े एक चोर घर में घुसकर पांच साल के बच्चे का गला रेत कर फरार हो गया।
इतना ही नहीं, बच्चे को जख्मी करने के साथ ही वह घर से एक सोने का हार, तोडि़या और पांच हजार रुपए भी ले गया। आनन-फानन में बच्चे को पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां मां ने दर्द का अहसास कम करने के लिए उसे लोरी गाकर सुनाई।
बच्चा जब दर्द से कराहता है तो उसका अहसास सबसे पहले मां को होता है। ममता आंसू बनकर आंखों से छलक जाती है। बच्चे की तड़प से कलेजा छलनी हो जाता है। कुछ ऐसा ही नजारा कानपुर के एक निजी अस्पताल में देखने को मिला।
मां ने बच्चे का दर्द कम करने के लिए उसे लोरी गाकर सुनाई। उसने बच्चे के सीने पर थपकी देते हुए कहा, ‘‘चुप हो जा मुन्ने राजा, वह देख आसमान में तारे टिमटिमा रहे हैं।’’ लोरी सुनकर दर्द में डूबे बच्चे को तो थोड़ा आराम मिल गया, लेकिन वहां मौजूद लोगों की पलकें भीग गईं।
गोविंद नगर के अंबेडकर इलाके में पिंटू करील पत्नी मिथलेश और दो बच्चों के साथ रहता है। दोनों मजदूरी करके परिवार चलाते हैं। रोज की तरह मंगलवार को भी दंपति काम पर चले गए। घर में बेटी सेहजल (9) और बेटा आदर्श (5) अकेले थे। सेहजल बाहर खेल रही थी और आदर्श सो रहा था। इसी बीच घर में एक चोर घुस आया और बक्सा खोलने लगा। तभी आदर्श की नींद खुल गई और उसने चिल्लाना शुरू कर दिया।
फोन पर मिली घटना की जानकारी
चोर ने पहले आदर्श का मुंह हाथ से बंद किया और फिर चाकू से गला रेतकर वहां से फरार हो गया। खून से लथपथ हालत में जब वो बाहर आया तो घटना का खुलासा हुआ। आनन-फानन में उसे पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। आदर्श की मां मिथलेश के मुताबिक, घटना की जानकारी उन्हें मोहल्ले के लोगों से फोन के जरिए मिली। उसने बताया कि चोर घर से एक सोने का हार, तोड़िया और पांच हजार रुपए लेकर भागा है।