नवसारी। डांग जिले में शुक्रवार शाम वातावरण में आए अचानक बदलाव के बाद तूफानी हवाओं के साथ मेघराजा ने धुंआधार एन्ट्री की है।
बारिश के कारण डांग के पूर्वी क्षेत्र में कई जगहों पर वृक्ष धराशायी हुए, वहीं सापूतारा-आहवा मार्ग पर पेड़ गिरने से रास्ता कुछ समय तक बाधित रहा था।
बारिश व तेज हवाओं के कारण कई घरों के छप्पर भी उड़ जाने से आदिवासियों को मुश्किल का सामना करना पड़ा है। डांग जिले में पिछले दो दिनों से तेज गर्मी ने लोगों को परेशान किया था।
लेकिन शुक्रवार दोपहर बाद अचानक वातावरण में बदलाव देखा गया और शाम तक तूफानी हवाओं के साथ पूर्वी क्षेत्र में भारी बारिश ने पानी-पानी कर दिया। डांग जिले के पूर्वी क्षेत्र के पीपलाईदेवी, चिचली, मादलबारी, मोरजीरा आदि गांवों में तेज बारिश हुई।
वहीं भिसीया, गोंडलविहिर, गुबीता, कोटबा, धवलीदोड, बोरखल, बारपाड़ा आदि गांवों में तेज हवाओं व बारिश के चलते कई घरों के छप्पर उड़ जाने से आदिवासियों को मुश्किल का सामना करना पड़ा। भारी हवाओं से आहवा से गलकुंड मार्ग पर कई वृक्ष धराशायी होने से रास्ता कुछ समय के लिए बाधित रहा।
वृक्षों के साथ बिजली के खंभे भी गिरने से बिजली के तार टूट जाने से पूर्वी क्षेत्र के 25 से 30 गांवों को पूरी रात अंधेरे में बितानी पड़ेगी।
उधर आहवा-सापूतारा मार्ग पर गिरे वृक्षों के चलते वन विभाग और मार्ग मकान विभाग के अधिकारियों ने तत्काल मौके पर पहुंच कर एक तरफा रास्ता शुरू करवाने की जानकारी मिली है।
उधर, वघई से आहवा क्षेत्र में भी बारिश देखी गई, लेकिन सापूतारा कोरा रहा था।