ढाका। बांग्लादेश की मीडिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा को जबर्दस्त कवरेज दी है। इस यात्रा को द्विपक्षीय संबंधों में ‘नए युग की शुरुआत’ करार दिया है।
साथ ही तीस्ता जल बंटवारे के महत्वपूर्ण मुद्दे पर स्पष्ट प्रगति नहीं होने पर खेद भी प्रकट किया है।
बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर बिकने वाले अखबार ‘प्रोथम अलो’की खबर में कहा गया है कि यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को नयी उंचाइयों पर ले जाने के मकसद से 22 समझौतों पर दस्तखत किए गए। अखबार ने अपने मुख्य संपादकीय में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यह यात्रा विभिन्न कारणों से जानी जाएगी। इस यात्रा से सीमा विवाद हल हो गया है जो लगभग सात दशकों से लंबित था।
एक अन्य अखबार ‘समोकाल’ ने मोदी की उस टिप्पणी को प्रमुखता से छापा है, जिसमें उन्होंने बांग्लादेश के संस्थापक और मौजूदा प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता बंगबंधु शेख मुजीबुररहमान को श्रद्धांजलि अर्पित की है। अखबार ने दोनों देशों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए हसीना की प्राथमिकताओं को भी जगह दी है।
प्रमुख अंग्रेजी दैनिक ‘दि डेली स्टार’ के उपशीर्षक दोनों देशों के बीच परस्पर विकास, भूमि सीमा समझौते के दस्तावेजों के आदान प्रदान, 22 समझौतों, भारत द्वारा बांग्लादेश को दो अरब डॉलर कर्ज के ऐलान से जुडे हैं।
अखबार ने अपने संपादकीय में लिखा कि तीस्ता नदी के जल बंटवारे पर कोई प्रगति नहीं हुई है। अखबार ने कहा कि हमने उम्मीद की थी कि इस यात्रा के दौरान तीस्ता को लेकर कोई स्पष्ट प्रगति होगी लेकिन अफसोस ऐसा नहीं हुआ।
फाइनेंशियल एक्सप्रेस ने अपने शीषर्क में लिखा कि मोदी ने तीस्ता, फेनी नदी संबंधी उचित समाधान का विश्वास जताया है। साथ ही उपशीर्षक में लिखा है, व्यापार घाटा कम करने के लिए सभी उपाय किए जाएंगे।
हसीन के साथ कल वार्ता के बाद मोदी ने विश्वास जताया था कि तीस्ता और फेनी नदी जल बंटवारे के मुद्दों का उचित हल निकाली जाएगा। वहीं सरकार विरोधी रूख के लिए मशहूर ‘न्यू एज’ ने एक लेख में कहा कि मोदी की बांग्लादेश यात्रा दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण रही। व्यापार, आंतरिक शांति और सांप्रदायिक सद्भाव, निवेश तथा विकास के क्षेत्रों में सहयोग के लिहाज से यह यात्रा बहुत ही अहम है।
प्रमुख बांग्ला दैनिक ‘दि जुगान्तर’ और ‘बांग्लादेश आब्जर्वर’ ने लिखा कि मोदी को तीस्ता नदी जल बंटवारे के मुद्दे के उचित समाधान का विश्वास है।