मुंबई। नागपुर के रेशमबाब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस ) के तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग के समापन अवसर पर बोलते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि समतायुक्त समाज बनने के बाद ही भारत नंबर वन बन सकेगा।
केवल आर्थिक व सामरिक शक्ति बढऩे से कोई नंबर वन नहीं बन जाता। मंच पर कर्नाटक धर्मस्थल के धर्माधिकारी डा. वीरेंद्र हेगडे, वर्ग के सर्वाधिकारी गोविंदसिंह टाक, नागपुर महानगर संचालक राजेश लोया उपस्थित थे।
आरएसएस प्रमुख भागवत ने कहा कि भारत से अन्य देशों की आशाएं बढ़ गई हैं। भारत पर अन्य देशों का विश्वास भी बढ़ा है। इसका मतलब भारत नंबर वन बना, ऐसा नहीं है। केवल आर्थिक व सामरिक शक्ति से कोई नंबर वन नहीं बनता। यह शक्ति सदैव नहीं रह सकती।
समतायुक्त समाज बनने पर ही भारत सक्षम होगा, नंबर वन बना ऐसा बोल सकते है। विश्वसनीयता यह हमारी परंपरा है। हम दुनिया में सौहाद्र्र चाहते हैं, यही हमारा स्वभाव है। योग यह भारत की देन है।
ज्ञान, तत्वज्ञान, विज्ञान भी भारत ने ही दुनिया को दिया है। इसी क्षमता पर समाज खड़ा है। संघ भी यही काम कर रहा है। संघ की प्रार्थना में संघ का उल्लेख भी नहीं होता।
हो रहे सामाजिक सुधार-डा. हेगडे
डा. वीरेंद्र हेगडे ने कहा कि गांव-गांव में संघ की शाखाएं हैं। राजनीतिक, आर्थिक व सामाजिक सुधार हो रहे हैं। समानता के भाव भरे जा रहे हैं। जात-पात, सांप्रदायिकता छोडक़र हिंदू होने का भाव घर कर रहा है। हिंदू बोलने में संकोच नहीं लग रहा है। मानवसेवा अव्वल है। मानवसेवा करने पर भगवान की अलग से पूजा करने की जरूरत नहीं लगती।
राज्यवर्धन राठौड़ नागपुर पहुंचे, हाजिरी लगाई
वहीं केंद्रीय सूचना व प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन राठौड़ सपत्नीक नागपुर पहुंचे और संघ के समापन शिविर समारोह में हाजिरी लगाई। हालांकि पत्रकारों ने उनसे बातचीत करने की कोशिश की, पर वे बचते रहे।