कौशाम्बी। जनपद में हैवान बने एक युवक ने महज पांच साल की मासूम को अपनी हवस का शिकार बना डाला। इतना ही नहीं उसने अपना गुनाह छिपाने के लिए मासूम को दर्दनाक मौत दे दी।
इस घटना के बाद आपे से बाहर हुए ग्रामीणों ने कानून को हाँथ में लेते हुए तत्काल फैसला सुनते हुए आरोपी युवक को पीट-पीट कर मौत की नीद सुला दिया।
भीड़ के इन्साफ के बाद मौके पर पहुची सराय अकिल पुलिस को भी कई घंटो तक लाश को कब्जे में लेने के लिए कड़ी मसक्कत करनी पड़ी। फिलहाल सराय अकिल के मल्हीपुर गाव में भारी तनाव फैला हुआ है।
घटना सराय अकिल थाना इलाके के मल्हीपुर गाव में देर रात उस समय हुई जब छेदी लाल की पांच साल की मासूम घर के दरवाजे के पास सो रही थी, तभी पट्टू नाम के युवक ने मासूम को अगवा कर लिया और यमुना के किनारे एक नाव में मासूम के साथ दुष्कर्म किया। इस घटना के बाद आरोपी युवक पट्टू ने दर्द से कराह रही मासूम को अपना गुनाह छिपाने के लिए खौफनाक मौत दे दी।
मासूम के अगवा होने की सूचना जंगल के आग की तरह मल्हीपुर गाव में फैला। ग्रामीणों की भीड़ ने मासूम को खोजना शुरू किया, काफी देर खोजने के बाद मासूम की लाश खून से सनी देख लोग आपे से बाहर हो गए।
इसी दौरान आरोपी युवक भी झाडि़यो से निकल कर भागने लगा। जिसे देख ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया और फिर भीड़ ने बिना पुलिस का इन्तजार किये ही अपना फैसला सुना दिया। तकरीबन तीन घंटे तक भीड़ ने दुष्कर्म के आरोपी पट्टू को जानवरों की तरह पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया।
मासूम मितका का भाई राम आसरे
इसे पुलिस की नाकामी कहे या फिर दुष्कर्म की बड़ती घटनाओं पर लोगों का उबाल। जिसका नतीजा कौशाम्बी पुलिस के सामने एक खौफनाक वारदात के रूप में सामने है। पुलिस अधिकारियों को भी इस घटना के बाद मौके पर दोनों लाशो को कब्जे में लेने के लिए काफी पसीना बहाना पड़ा।
ग्रामीण इस वारदात के बाद भी बेहद गुस्से में है। कौशाम्बी पुलिस के अधीक्षक रतन कान्त पाण्डेय के मुताबिक इस पूरी घटना के कारणों की जाँच शुरू करा दी है। मामले में एफ आई आर दर्ज की गई है। इसकी जाँच सर्किल अफसर स्तर के अधिकारी को सौप दी गई है।