जोधपुर। नाबालिग छात्रा के यौन उत्पीड़न के आरोप में जोधपुर जेल में बंद आसाराम बुधवार को कोर्ट में बड़े प्रसन्न और उत्साह से लबरेज नजर आए। हालांकि उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई कल तक के लिए टल गई।
सुनवाई टलने के बावजूद कोर्ट से बाहर निकलते समय प्रसन्न मुद्रा में आसाराम ने चुटकी बजाते हुए कहा कि बस अब जाने के दिन आ गए है। इसके बाद बार-बार पूछे जाने के बावजूद कोई जवाब देने के बजाय वे सिर्फ मुस्कराते रहे।
रोजाना की तरह बुधवार को फिर पुलिस ने जेल से लाकर आसाराम को कोर्ट में पेश किया। बुधवार को उनसे जुड़े मामले में एक गवाह के बयान होने के साथ ही उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई होनी थी।
डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी की ओर से पेश जमानत याचिका पर पैरवी करने हालांकि वे स्वयं नहीं आए। चार बार सुनवाई की तिथि आगे बढ़वाने के बाद उनके वकीलों ने डॉ. स्वामी का इंतजार करने की बजाय खुद के स्तर पर बहस करने का निर्णय किया।
बुधवार को इस मामले में उनके वकील महेश बोड़ा को जिरह करनी थी, लेकिन किसी कारण से सुनवाई कल तक के लिए टल गई। जमानत याचिका पर सुनवाई टलने के बावजूद आसाराम के चेहरे पर किसी तरह की चिंता नजर नहीं आई।
जेल से कोर्ट लाए जाने के दौरान हमेशा परेशान नजर आने वाले आसाराम दो दिन से बेहद खुश नजर आ रहे है। कल भी उन्होंने मुस्कराते हुए सभी से बात की।
बुधवार को भी मुस्कराते हुए उन्होंने संवाददाताओं के समक्ष चुटकी बजाते हुए बड़े विश्वास के साथ कहा कि बस अब जाने के दिन आ गए है। बार-बार कुरेदे जाने के बावजूद उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया कि वे कहां जाने की बात कर रहे है। इसके बाद मुस्कराते हुए उन्होंने अपने समर्थकों का अभिवादन स्वीकार किया और पुलिस के साथ जेल जाने को वाहन में बैठ गए।
पुलिस से उलझी महिला समर्थक
कोर्ट परिसर में एक महिला आसाराम के निकट जाने को पुलिस से उलझ गई। पुलिस ने उसे कई बार रोका, लेकिन एक बार तो वह उनके घेरे से निकल कर आसाराम के काफी निकट पहुंच गई, लेकिन बाद में महिला पुलिस ने दौड़ कर उसे पकड़ लिया। इसके बावजूद महिला ने अपना प्रयास नहीं छोड़ा।
बाद में पुलिस ने पकड़ कर कोर्ट परिसर से बाहर निकाल दिया। आसाराम के समर्थक बुधवार को भी बड़ी संख्या में कोर्ट परिसर के बाहर आ बैठे। आसाराम को कोर्ट से ले जाने के बाद उन्होंने आसाराम के निकलने के स्थान पर दंडवत प्रणाम किया।