जयपुर। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नीतिन गडकरी ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को निर्दोष करार दिया है। उन्होंने राजे पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि वसुंधरा राजे ने कोई गलती नहीं की।
गडकरी सोमवार को एक दिन के दौरे पर राजस्थान आए हैं। गडकरी ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निवास पर राजे से मुलाकात भी की।
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद गड़करी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए राजे के काम की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि राजे के कार्यकाल में प्रदेश का लगातार तेजी से विकास हो रहा है। उनकी काबिलियत पर कोई शक नहीं। कानूनी तौर पर भी वसुंधरा राजे गलत नहीं हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्र सरकार राजे के साथ है।
गडकरी ने कहा कि जहां तक इनके बेटे पर आरोप है, वह पूरी तरह से बिजनिस डील है और इन्कमटैक्स रिटर्न में इसकी एंट्री हुई है। किसी से पैसा कर्ज पर लेना कोई गुनाह नहीं है। इस प्रकार की डील को इस तरह राजनैतिक विवादों में लाने की जो कोशिश की जा रही है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। चाहे सुषमा का सवाल हो, चाहे वसुन्धरा जी का सवाल हो।
जो आरोपों लग रहे हैं उनमें कोई तथ्य नहीं है और ये निराधार हैं। इस प्रकार की राजनीति करना यह मुझे लगता है ठीक नहीं है और किसी को भी इस प्रकार बदनाम करना उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि वसुन्धरा के नेतृत्व में राजस्थान लगातार प्रगति और विकास के पथ पर जा रहा है, और आगे भी प्रगति की ओर जाएगा। नये रोजगार के नये साधन निर्माण होंगे। नये उद्योग आयेंगे और राजस्थान देश का एक प्रगतिशील, सम्पन्न और समृद्ध राज्य उनके नेतृत्व में बनेगा।
स्वाभाविक रूप से यह जो विकास हो रहा है इसके कारण जिन लोगों को जो चिंता है इस कारण उनकी तरफ से यह बेबुनियाद आरोप आते हैं। इन पर उन्हें ध्यान नहीं देना चाहिए। मेरी राजे चर्चा हुई है, मैंने उनको विश्वास दिलाया है कि भारत सरकार और हमारी पार्टी उनके साथ पूरी तरह से खड़ी है।
उन्होंने बताया कि जयपुर में 17 नए अंडरपास बनेंगे। इससे लोगों को रेलवे फाटकों पर होने वाली असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा। जयपुर में प्रत्येक चौराहे पर सीसी टीवी कैमरे लगेंगे। प्रदेश में आगामी दिनों में 6 राजमार्ग बनेंगे। प्रदेश के राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई बढ़ाई जाएगी।
इससे पहले राजस्थान में राष्ट्रीय राजमार्ग के विकास को लेकर मुख्यममंत्री राजे के आवास पर एक बैठक भी हुई। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्रसिंह राठौड़, सार्वजनिक निर्माण मंत्री यूनुसखान और उच्च शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ भी मौजूद थे।