नई दिल्ली। आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में फंसे निलंबित क्रिकेटर एस. श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण के लिए सोमवार का दिन काफी महत्वपूर्ण रहेगा।
स्पॉट फिक्सिंग में फंसे उक्त तीनों क्रिकेटरों सहित कुल 42 आरोपियों के खिलाफ दायर आरोप-पत्र पर पटियाला हाउस कोर्ट सोमवार को फैसला सुनाएगा।
अदालत यह तय करेगी कि आरोपियों पर आरोप तय किए जाए या नहीं । यदि दिल्ली पुलिस आरोप तय कराने में कामयाब हुई तो उनके खिलाफ मामले में ट्रायल शुरू हो जाएगा ।
हालांकि, मामले की सुनवाई के दौरान पुलिस की जांच भी संदेह के घेरे में आई थी और अदालत ने उस पर सवाल भी उठाया था । साथ ही यह भी कहा था कि प्रथम दृष्टया ऐसे कोई सुबूत नहीं हैं जिससे यह साबित हो कि आरोपी मैच फिक्सिंग में शामिल हैं।
बहरहाल 23 मई को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश नीना बंसल कृष्णा ने आरोप पत्र पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और आरोपियों के वकीलों को निर्देश दिया था कि यदि वे कोई बात अदालत के समक्ष रखना चाहते हैं तो नौ जून तक लिखित रूप में अपनी बात दाखिल कर सकते हैं ।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आरोप लगाया है कि सभी आरोपी मैच फिक्सिंग व सट्टा रैकेट में शामिल हैं। पुलिस ने अदालत में आरोपियों के बीच मोबाइल फोन पर हुई बातचीत की रिकार्डिग को सुबूत के रूप में पेश किया था और दलील दी थी कि आरोपियों के बीच हुई बातचीत से साबित होता है कि मैच फिक्सिंग द्वारा पैसा कमाने के लिए उनके बीच गठजोड़ था।
वहीं बचाव पक्ष ने पुलिस की दलीलों का विरोध किया और कहा कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सुबूत पेश नहीं कर पाई । पुलिस ने क्रिकेटरों के खिलाफ मकोका भी लगाया था पर पर्याप्त सुबूत नहीं होने के चलते उन्हें अदालत से जमानत मिल गई थी ।