नालंदा। नालंदा थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव स्थित डीपीएस स्कूल के हॉस्टल के दो बच्चों की लाश बगल के ही एक गड्ढे में मिलने के बाद आसपास के ग्रामीण काफी उग्र हो गये तथा स्कूल में जमकर तोड़फोड़ करने के बाद परिसर में लगे स्कूल की दो बसों में आग लगा दी।
इसी बीच आक्रोशित भीड़ के सामने स्कूल के निदेशक आ गये और भीड़ ने उनकी जमकर पिटाई कर दी, जिससे उनकी मौत हो गई। आक्रोशितों ने निदेशक को पीटने के बाद उनकी एक आंख भी क्षतिग्रस्तकर दी
।
घटना की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची व आक्रोशितों को समझा बुझाकर निदेशक को छुड़ाया व उसे इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी मृत्यु हो गई।
वहीं स्कूल के मृत छात्रों की पहचान राजगीर थाना क्षेत्र के लहुआर निवासी श्याम किशोर प्रसाद के 10 वर्षीय पुत्र सागर कुमार व पचवारा गांव निवास मनोहर प्रसाद के पुत्र रवि कुमार के रूप में हुई।
बतातें चले कि दोनों बच्चे निरपुर स्थित डीपीएस स्कूल के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करते थे और दोनों का शव विद्यालय से कुछ ही दूरी पर स्थित गड्ढे में मिला।
छात्रों की हत्या की खबर पूरे क्षेत्र में जंगल में आग की तरह फैल गयी और आसपास के ग्रामीण स्कूल पहुंच गये तथा घटना के लिये स्कूल के निदेशक देवेन्द्र प्रसाद को दोषी ठहराते हुये उसकी जमकर पिटाई कर दी।
उधर बवाल की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंची इस दौरान सुरक्षा बलों ने जब आक्रोशितों को रोकने का प्रयास किया तो पुलिस पर भी पत्थर फेंके गये। लोगों के आक्रोश को देखते हुये पुलिस मुक दर्शक बनी रहीं।
वहीं आग पर काबू पाने के लिये पहुंची। अग्निशामक वाहन को भी ग्रामीणों ने वापस कर दिया। गुस्साये लोगों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से बच्चों की हत्या हुई है।
मौके पर विधि व्यवस्था डीएसपी संजय कुमार, दीपनगर, नालंदा तथा सिलाव के थानाध्यक्ष समेत अन्य थानो की पुलिस पहुंचकर आक्रोशितों को समझाने बुझाने में लगे है। उन्होंने बताया कि मामले की छानबीन शुरू कर दी गयी है।