अजमेर। उद्यमिता एवं कौशल विकास प्रशिक्षणों से महिला स्वावलंबन संभव है। महिलाएं सिलाई और अन्य हुनर सीखकर फायदा उठा सकती हैं। यह बात महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल ने रविवार शाम वैशाली नगर ईदगाह क्षेत्र में सिलाई प्रशिक्षण शिविर के समापन में कही।
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय प्रबंध केंद्र के तत्वावधान में आयोजित सिलाई प्रशिक्षण केंद्र के समापन समारोह में भदेल ने कहा कि सिलाई,कढ़ाई, बुनाई, ब्यूटीशियन और अन्य हुनर महिलाओं के लिए लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं।
ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों में महिलाएं खुद को तराशकर स्वावलंबी बन सकती हैं। महिलाओं के स्वावलंबी होने से परिवार,समाज और देश को लाभ होगा। जो महिलाएं सिलाई या अन्य प्रशिक्षण केंद्र चलाना चाहेंगी, उन्हें ऋण मुहैया कराने के प्रयास भी किए जाएंगे।
निदेशक प्रो.बी.पी.सारस्वत ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की कौशल विकास योजना की शुरुआत ऐसे कार्यक्रमों से संभव है। महिलाओं, बालिकाओं,युवाओं को लघु उद्यमिता और कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए।
इस दौरान भदेल ने महिलाओं द्वारा तैयार सलवार-सूट, फ्रॉक और अन्य उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उप निदेशक डॉ.आशीष पारीक ने धन्यवाद दिया।