सबगुरु न्यूज
माउण्ट आबू। माउण्ट आबू नगर पालिका और प्रशासन को सड़क के किनारे बैठे रेहड़ी वालों का अतिक्रमण नगर पालिका को रास नहीं आया। यह बात अलग है कि रईसों के अतिक्रमण यह लोग खुद करवा देते हैं।
खैर कुछ दिन पहले इन लोगों को माउण्ट आबू की सड़कों पर व्यवसाय करने से हटा दिया गया। रविवार का उन्होंने इसका विरोध जताया। विरोध के लिए प्रशासन या नगर परिषद के खिलाफ मोर्चा नहीं निकाला, बल्कि नगर परिषद और प्रशासन को आईना दिखाने के लिए वो काम किया, जो करना इस ईको सेंसेटिव जोन की नगर पालिका और प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए।
इन लोगों ने विरोध स्वरूप नक्की झील के चारों और फैला कचरा एकत्रित किया। इस तरीके के विरोध को शायद कोई सनक कहे, लेकिन यह इस बात का इशारा है कि प्रशासन इन कामों को प्राथमिकता से करे और उनके रोजगार के साधन नहीं छीने। ये वो कचरा था जो माउण्ट आबू की दुकानों, नौकायन और होटलों की देन था।
हनुवंत चारण ने बताया कि हमें भी रोजी-रोटी कमाने का अधिकार है। प्रशासन को इसकी व्यवस्था करनी चाहिए। आमतौर पर अतिक्रमण हटाने पर मोर्चे आदि निकालकर नारेबाजी की जाती है, लेकिन हमने इसके लिए सकारात्मक विरोध का तरीका निकाला। इस कारण विरोध स्वरूप नक्की झील के चारों तरफ सफाई की।
आमतौर पर सफाई अभियानों नेेता अपनी फोटो खिंचवाकर औपचारिकताएं करते हैं, लेकिन इन हॉकर्स ने नक्की झील के चारों ओर से दस ट्रॉली कचरा एकत्रित किया। गवरी देवी ने बताया कि प्रशासन चाहे इसे कुछ भी समझे, लेकिन हम लोग माउंट आबू के हित में ही काम करेंगे। हमें भी रोजी-रोटी मिलनी चाहिए। हम लोग सप्ताह में एक दिन ऐसा भी निश्चित करेंगे, जिस दिन माउंट आबू के एक एरिया की सफाई करेंगे। जिससे रोजगार के साथ समाज सेवा भी कर सकें।