जयपुर। राज्यपाल और कुलाधिपति कल्याण सिंह का एक फैसला अखिर मंगलवार को राजस्थान विवि के लिए नया इतिहास बना गया। ढाई दशक बाद राजस्थान विश्वविद्यालय का 26वां दीक्षांत समारोह झालाना डूंगरी रोड स्थित नवनिर्मित कन्वोकेशन सेन्टर में आयोजित किया गया।
विद्यार्थियों ने डिग्रियां पाकर खुशी जाहिर की। इन डिग्रियों का विद्यार्थियों को ढ़ाई दशक से इंतजार था। कार्यक्रम की शुुरूआत राज्यपाल और कुलाधिपति कल्याण सिंह ने की। इस मौके पर उन्होंने विद्यार्थियों को नियमित रूप से आगे बढऩे और देश व राज्य के विकास के लिए कार्य करने के लिए कहा।
राज्यपाल ने विद्यार्थियों को डिग्रियों का उचित उपयोग करने की सलाह दी। इससे पूर्व राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के नवनिर्मित कन्वोकेशन सेंटर का उद्घाटन किया। समारोह में विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षामंत्री कालीचरण सराफ और शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी भी मौजूद थे। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति हनुमान सिंह भाटी ने विश्वविद्यालय के इतिहास के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
नौ कुलपति कुछ नहीं कर पाए
राजस्थान विश्वविद्यालय में 1990 के बाद 9 कुलपति, चार कार्यवाहक कुलपति आए। कई बार डिग्रियां तैयार करा दीक्षांत समारोह की योजना बनी लेकिन ढ़ाई दशक गुजर गए,हुआ कुछ नहीं। विश्वविद्यालय से स्नातक, स्नातकोत्तर,एमफिल और पीएच.डी. करने वाले छात्र युवा से अधेड़ हो गए। कई तो खुद राजस्थान विश्वविद्यालय में ही प्रोफेसर बन गए।
हालांकि इन 25 सालों में एकाध बार कुछेक छात्रों को डिग्री नसीब हुई। बाकी छात्र विवि के चक्कर काटते-काटते थक हारकर डिग्रियां मिलने की उम्मीद ही खो चुके थे। डिग्रियों का इंतजार अब जाकर खत्म हुआ है। 20 लाख 5 हजार 460 डिग्रियां छपकर तैयार है।
इन्हें बांटने में विश्वविद्यालय ने भारी भरकम महकमे को लगाया है। कई महीनों में यह काम पूरा होगा, लेकिन मंगलवार को इसकी औपचारिक शुरूआत विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह से गई है।
120 को गोल्ड मैडल
समारोह में विश्वविद्यालय के 120 टॉपर्स को गोल्ड मैडल देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही समारोह के मंच से अतिथियों ने डी. लिट् एवं डीएस.सी के पांच छात्रों को डिग्रियां देकर सम्मान किया। इसके अलावा अन्य पीएच.डी धारकों को मुख्य मंच से डिग्रियां नहीं दी गई, बल्कि उन्हें निर्धारित संकाय की सीटों पर डिग्रियां दी गई।
राजस्थान की दिखी झलक
दीक्षांत समारोह में राजस्थानी वेशभूषा की झलक दिखाई दी। समारोह में छात्र व शिक्षक सफेद पेंट-कमीज, सफेद कुर्ता-पायजामा, सफेद धोती-कुर्ता या सफेद जोधपुरी सूट में पहुंचे जबकि छात्राएं व शिक्षिकाएं सफेद सलवार-कुर्ता, चुन्नी,सफेद साड़ी-ब्लाउज में दिखाई दी। अतिथि राजस्थानी साफा पहनकर आए।
राज्य के 52 विभिन्न स्थानों पर भी डिग्री वितरण समारोह
राज्य में मंगलवार को पहला अवसर था जब विश्वविद्यालय में डिग्री वितरण के लिए आयोजित मुख्य समारोह के अतिरिक्त 52 अन्य नोडल केन्द्रों से विश्वविद्यालय की 25 वर्षों से बकाया 20 लाख 5 हजार 460 डिग्रियां का वितरण शुरू हुआ। इस दौरान इन नोडल केन्द्रों पर भी एक समारोह आयोजित करके डिग्रियां वितरण का कार्य प्रारंभ किया गया।