लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव पर फोन पर धमकी देने का आरोप लगाने वाले आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है।
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए राजधानी लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में शनिवार सुबह तहरीर देने वाले आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर व उनकी पत्नी नूतन ठाकुर पर देर रात खुद पर ही गोमतीनगर थाने में छह महीने पुराने एक मामले में मुकदमा दर्ज हो गया। ये मुकदमा दर्ज होने के बाद अब उनकी गिरफ्तारी होने की चर्चाएं भी हो रही हैं।
ठाकुर दंपत्ति के खिलाफ गोमतीनगर थाने में दुष्कर्म, जान से मारने की धमकी व एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि दर्ज हुए इस मुकदमे के बाद अब उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है।
जिस मामले में ये मुकदमा दर्ज हुआ है वो छह महीने पुराना है, जिसमें गाजियाबाद की रहने वाली महिला ने दुष्कर्म व जान से मारने की धमकी देते हुए साल 2014 में 31 दिसम्बर को गोमतीनगर थाने में तहरीर दी थी।
सपा मुखिया के खिलाफ शनिवार सुबह हजरतगंज कोतवाली में अमिताभ ठाकुर द्वारा तहरीर देने के बाद शाम को ठाकुर दम्पत्ति पर आरोप लगाने वाली गाजियाबाद की रहने वाली महिला अपने पति के साथ लखनऊ में स्थित पुलिस महानिदेशक मुख्यालय पहुंची, जहां उन्होंने 31 दिसम्बर को गोमतीनगर थाने में दी गई तहरीर पर ठाकुर दम्पत्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज न किए जाने की शिकायत की, जिस पर अधिकारियों के आदेश पर ठाकुर दम्पत्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
गौरतलब है कि अमिताभ ठाकुर शनिवार सुबह हजरतगंज कोतवाली गए, जहां उन्होंने मुलायम सिंह यादव द्वारा उन्हें फोन पर धमकी दिए जाने के मामले में धारा 506 के तहत मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी।
कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक विजय मल ने तहरीर ली और मामले की जांच करने के बाद ही आगे की कार्रवाई करने को कहा। इससे एक दिन पहले ही सपा के मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति पर गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। ठाकुर दम्पत्ति का आरोप था कि मंत्री पर मुकदमा होने के कारण ही सपा मुखिया ने उन्हें धमकी दी।