हनुमानगढ़। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि राजस्थान में मेरी यह पदयात्रा किसी चुनावी राजनीति का हिस्सा न होकर केन्द्र एवं राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकारों को गरीबों के हितों के प्रति सावचेत करने के उद्देश्य की गई है।
पीलीबंगा विधानसभा क्षेत्र के अमरसिंहवाली में अपनी करीब 10 किलोमीटर की पदयात्रा पूर्ण करने के बाद जनसमूह को सम्बोधित करते हुए गांधी ने कहा कि आम आदमी एवं किसान की खून पसीने की कमाई की सरकारें इज्जत नहीं करेगी तो कांग्रेस को मजबूत आंदोलन का रुख अख्तियार करना पड़ेगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र की मोदी सरकार गिने चुने मित्रों एवं बड़े उद्योगपत्तियों की है और यही कारण है कि ललित मोदी प्रकरण, व्यापमं घोटाला, भूमि घोटाले, महाराष्ट्र में मूण्डे सहित सुषमा स्वराज एवं मुख्यमंत्री वसुधंरा राजे के सांसद पुत्र दुष्यंत मामलों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुप्पी साधे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री अमरीका, चीन एवं जापान की तो बात करते हैं, लेकिन देश की बात पर चुप रहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी सोचने लग गए हैं कि अब वे आम जनता से ऊपर उठ चुके हैं तथा जनता की परवाह नहीं करते हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि केन्द्र एवं राज्य सरकारों ने आम आदमी की अनदेखी की तो कांग्रेस उन्हें ऐसा नहीं करने देंगी। राहुल गांधी ने कहा कि मध्यप्रदेश में बड़ा व्यापमं घोटाला हुआ जिसके चलते 40 व्यक्तियों एवं एक पत्रकार की हत्या हो चुकी है लेकिन प्रधानमंत्री एवं वहां के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह इस मुद्दे पर मौन है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने महाविद्यालयों में शिक्षा का जिम्मा कुछ बड़े उद्योगपति एवं कारोबारियों के हाथों में देकर उन्हें मालिक बना दिया और आम आदमी के बच्चों की शिक्षा का रास्ता बन्द करने की तैयारी की है, लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं करने देगी।
गांधी ने कहा कि कांग्रेस आम आदमी के हितों के लिए लड़ेगी तथा विपक्ष के नाते सत्तारूढ़ सरकारों के गलत काम एवं घोटाले को पकडऩे का काम करेगी। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि अब कांग्रेस में ऐसे नेता को ही आगे बढ़ाया जाएगा जो जनता के हितों को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
सुरक्षा व्यवस्था को ठेंगा दिखाते रहे राहुल गांधी
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पदयात्रा में सुरक्षा व्यवस्था को ठेंगा दिखाते रहे। खोतावाली से अमरसिंहवाली की दस किलोमीटर की पदयात्रा के दौरान सड़क के दोनों तरफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हुजूम रहा तथा हर कोई गांधी से मिलने की कोशिश कर रहा था। वह भी कार्यकर्ताओं को हाथ हिलाकर अभिवादन कर रहे थे।
इस दौरान कोई भी अनहोनी घटना को अंजाम दे सकता था। हालांकि गांधी को स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के जवानों ने घेर रखा था तथा राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के जवान भी आगे चल रहे थे। लेकिन दोनों तरफ खुला होने तथा मेटल डिटेक्टर एवं बेरीकेट््स नहीं लगाने से गांधी की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत नहीं कही जा सकती।