रांची। मुख्यमंत्री आवास में शनिवार को आयोजित जनता दरबार में सैकड़ों चेहरे उपस्थित थे। किसी की आंखों में नौकरी की उम्मीद थी तो कोई ईद की बधाई देने आया था। मुख्यमंत्री ने किसी को निराश नहीं किया।
जनता दरबार का समय दिन के ग्यारह बजे से एक बजे का था लेकिन उन्हें ढाई बजे तक लोगों की समस्याएं सुनी और उनके निबटारे का भरोसा दिया। जनता दरबार में मेसर्स नंदलाल पांडेय कंस्ट्रक्शन के अनिल पांडेय लोगों के आकर्षण का केंद्र रहे।
उनके दोनों पैर रेल दुर्घटना में कट गए थे। वह ठेकेदारी का काम करते हैं और उनका पथ निर्माण विभाग में एक करोड़ से अधिक का बकाया है। किडनी फेल कर जाने की वजह से वह समय पर काम नहीं कर पाए जिसके बाद पथ निर्माण विभाग की सचिव राजबाला वर्मा ने उन्हें टर्मिनेट कर दिया।
मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी समस्या का समाधान किया जायेगा। उन्हें जनता दरबार में उनके भाई नंदलाल पांडेय उठाकर लाए थे।
बालक इंतकाब को लगाया गले
जनता दरबार में बालक इंतकाब को उसके पिता आफताब लेकर आए थे। दोनों ने मुख्यमंत्री को ईद की बधाई और सेवईयां दी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने इंतकाब को गले लगा लिया और भेंट स्वीकार की। अब बारी थी पलामू जिलेे के चियांकी के रहने वाले बाबूलाल कुमार की। 21 साल के बाबूलाल ने मुख्यमंत्री से कहा कि हम खइले बिना मर रहे हैं। नौकरी दिलवा दीजिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर निगम में एडजस्ट कराने की कोेशिश करेंगे। वहीं गढ़वा के आए काशीनाथ साव ने कहा कि सिविल कोर्ट में चपरासी के लिए फार्म भरे थे। लेकिन जिसने घूस दिया उसका हो गया, मेरा नहीं हुआ। मुख्यमंत्री ने उसे भरोसा दिलाया कि अगली वैकेंसी में उसका हो जायेगा।
बंगालियों ने हड़प ली जमीन
सिदरौल से सोमारी तिर्की अपने परिजनों के साथ जनता दरबार में आई थी। उसने मुख्यमंत्री को बताया कि सिदरौल में उनकी 33.16 एकड़ जमीन है। वह जमीन बंगालियो ने हड़प ली है। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि वे इस मामले की जांच कराएंगे। पलामू के पीपराटांड से आए ललित कुमार सिंह ने बताया कि उनके भाई अनिल कुमार सिंह पुलिस के एसपीओ थे। 2010 में पंचायत चुनाव हारनेे के छह महीने के बाद उनकी हत्या हो गई।
इस मामले में सात निर्दोष लोगों को एक्यूज्ड बना दिया गया है। मुख्यमंत्री ने उनकी बात सुनकर मामले की एसआइटी जांच कराने का आश्वासन दिया। चाईबासा से आए मानस त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके साथ 304 दलपतियों को पंचायत सचिव के पद पद प्रोन्नति देकर दलपति का पद समाप्त कर दिया गया है। लेकिन पंचायती राज विभाग इसे मंजूरी नहीं दे रहा है। इसपर मुख्यमंत्री ने कहा कि सोमवार को वह पंचायती राज विभाग के सचिव से बात करेंगे।
प्रसाद देने आए थे बदरीनारायण
गया के साधु सोहन मुख्यमंत्री के लिए बदरीनाथ से प्रसाद लेकर आए थे। उन्होंने मुख्यमंत्री को प्रसाद दिया और मंदिर की स्थापना के लिए मदद मांगी। मुख्यमंत्री ने उन्हें 500 रुपए दिए। गुमला के पालकोट से आई गीता देवी ने मुख्समंत्री को बताया कि उनके पति अखिलेश साहू की पीएलएफआई के उग्रवादियों ने हत्या कर दी थी। पुलिस ने अपनी जांच में उसे भी पीएलएफआई से मिला हुआ बता दिया।
इसके बाद न तो उसे नौकरी मिली है और न मुआवजा। इस बाबत मुख्यमंत्री ने जांच का भरोसा दिलाया। 75 वर्ष की आशा देवी मुख्यमंत्री के पास वृद्धा पेंशन की मांग को लेकर आई थी। उन्होंने बताया कि 2009 में ही उन्होंने वृद्धा पेंशन के लिए अप्लाई किया था पर आजतक कुछ नहीं हुआ। इस बाबत मुख्यमंत्री ने उसे कार्रवाई का भरोसा दिया।
रास्ता घेर दिया है निकलेंगे कैसे
इटकी के महुआटोली की अनिता केरकेटटा ने कहा कि इटकी सेनेटोरियम के लिए स्वास्थ्य विभाग जमीन की घेराबंदी कर रहा है। हमें रास्ता शमशान घाट की ओर से दिया जा रहा है। ऐसे में हमलोग कैसे आएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में वे स्वास्थ्य विभाग से बात करेंगे। जनता दरबार में आई आभा रानी मिंज ने कहा कि उनके पति अरुण एक्का पीडब्ल्यूडी में चपरासी के पद पर कार्यरत थे।
उनकी मौत के बाद वह अनुकंपा के आधार पर नौकरी चाहती है। इसपर मुख्यमंत्री ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया। हरमू के राहुल मंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि वह दृष्टिहीन है। उसे नौकरी और वित्तीय सहायता दी जाए। मुख्यमंत्री ने उसकी मदद करने का भरोसा दिलाया।
डॉक्टर मेरा ऑपरेशन नहीं कर रहे
दो साल की उम्र मेें जल चुकी ज्योति कुमारी ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि देवकमल अस्पताल में उसकी प्लास्टिक सर्जरी हुई है। सर्जरी पूरी नहीं हुई है। अब डॉक्टर अनंत सिन्हा कहते हैं कि पैसा दोगी तभी तुम्हारी आगे की सर्जरी होगी। ज्योति ने कहा कि अगर सर्जरी पूरी नहीं होनी थी तो उन्हें शुरुआत ही नहीं करनी चाहिए थी। जनता दरबार में आई आदिम जाति बिरजिया की प्रफुल्ला बिरजिया ने कहा कि वे नेतरहाट की रहनेवाली हैं।
टाटीसिल्वे में जमीन लेना चाहती हैं। लेकिन टाटीसिल्वे का आवासीय प्रमाणपत्र नहीं होने के कारण वह जमीन नहीं ले पा रही हैं। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि 20 दिनों में उनकी समस्या दूर हो जायेगी। बजरा की रहनेवाली मालती देवी ने कहा कि उनकी छह डिसमिल जमीन है। यह जमीन छप्परबंदी है। कर्मचारी जमीन की रसीद काटने का ढाई लाख रुपए मांग रहा है। इसपर मुख्यमंत्री ने डीसी को बुलाने का आदेश दिया।