नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र मंगलवार को पहले दिन ही विवादों की भेंट चढ़ गया। राज्यसभा की कार्यवाही को विपक्ष के हंगामें के बाद बुधवार तक स्थगित कर दिया गया। विपक्ष ललितगेट मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग पर अड़ा हुआ था। वहीं भाजपा इस्तीफा नहीं लिए जाने पर टस से मस नहीं हो रहा है।
संसद का मानसून सत्र मंगलवार को शुरू हुआ तो लोकसभा को तो श्रद्धांजलि सभा के बाद स्थगित कर दिया गया, लेकिन राज्यसभा की कार्यवाही हुई। राज्यसभा के उपनेता आनन्द शर्मा ने सदन शुरू होते ही ललित मोदी प्रकरण में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की कथित संलिप्तता को लेकर सरकार को निशाने पर लिया। कांग्रेस इस मामले में बहस के बाद वोटिंग की मांग कर रही थी, लेकिन नेता पक्ष अरूण जेटली ने विवाद को टालने के लिए वोटिंग करवाए बिना बहस करने को तैयार हो गई। कांग्रेस वोटिंग के बिना मान नहीं रही थी। इस पर सदन को दो बार स्थगित किया गया, इस पर भी विवाद नहीं थमा तो सभापति ने सदन की कार्रवाई को बुधवार तक स्थगित कर दिया।
धरने पर बैठेंगे सोनिया-राहुल
ललित गेट और व्यापमं घोटाले पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस बुधवार को भी अपना रुख कड़ा रखेगी। इसे लेकर कांग्रेस के सभी सांसद संसद भवन में महात्मा गांधी की मूर्ति के पास धरना प्रदर्शन करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी इस धरने में शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री बने मौन मोदी
इन विवादों के बीच बुधवार को ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मीडियाकर्मियों के सामने भी आए, लेकिन उनके किसी भी सवाल का उन्होंने जवाब नहीं दिया। वह कैमरे के सामने एकदम चुप्पी साधे हुए नजर आए। इधर, सदन में अरूण जेटलीे कहा कि खुद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस प्रकरण में जवाब देने के लिए आएंगी, लेकिन विपक्ष प्रधानमंत्री के जवाब से कम में मानने को तैयार नहीं है।
सोनिया ने नहीं दिया जवाब
इधर, संसद का सत्र सुचारू चलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत विपक्ष के अन्य नेताओं से भी बात की। सोनिया गांधी ने ललित गेट और व्यापमं के संबंध में अपने रुख पर कोई बदलाव नहीं करने के संकेत दिए।
दे दी थी चेतावनी
कांग्रेस ने दो दिन पहले ही नियत समय सीमा में ललित गेट और व्यापमं घोटाले में फंसे मंत्री और मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे की मांग करते हुए नियत समय में ऐसा नहीं करने पर संसद की कार्यवाही नहीं चलने की चेतावनी दे दी थी। सरकार इसके बावजूद अपने रुख पर अडिग रही। इस पर पहले दिन ही विपक्ष ने राज्यसभा की कार्यवाही को बाधित करते हुए अपने तेवर दिखा दिए हैं।
सड़कों पर भी प्रदर्शन
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे, शिवराजसिंह चौहान के इस्तीफे की मांग को लेकर बुधवार को महिला कांग्रेस ने दिल्ली में प्रदर्शन भी किया।