जयपुर। राजधानी में मेट्रो निर्माण के दौरान मंदिरों के टूटने के बाद आरएसएस व हिंदुवादी संगठनों की मंदिर बचाओ संघष समिति के आंदोलन के सवाल पर शिक्षा मंत्री कालीचरण सर्राफ मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान मंदिर बचाओ संघर्ष समिति बोले कि यह अंदर की बात है। सर्राफ ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह एक स्वयंसेवक हैं।
भाजपा मुख्यालय पर मंगलवार को शिक्षा मंत्री कालीचरण सर्राफ, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री हेमसिंह भड़ाना और खान मंत्री राजकुमार रिणवां ने सुनवाई कर रहे थे। इस दौरान सर्राफ से पूछा गया था कि संघर्ष समिति आंदोलन की तैयारी कर रही है, इसमें आपकी भूमिका क्या रहेगी।
उन्होंने कहा कि मंदिर मामलों पर जवाब देने के लिए पार्टी की ओर से प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी और सरकार की ओर से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी अधिकृत हैं, वे ही इस पर जबाव देगें। उन्होंने सुनवाई में अलवर के हनुमान चौराहे पर पुलिस के द्वारा किसी व्यक्ति की दुकानों पर कब्जा करके चौकी बनाने का मामला सामने आया इसमें अलवर एसपी को फोन करके दुकानें खाली करने के निर्देश हैं। भुसावर के महिला विद्यापीठ पर बस स्टॉप मांग को लेकर भी स्थानीय लोग आए तो रोडवेज के जीएम से बात करके बस स्टॉप शुरू कराने के लिए कहा गया है। खान मंत्री राजकुमार रिणवा ने कहा कि अवैध खनन को रोकने के लिए विभाग की ओर से समय- समय पर कार्रवाई की जाती है। रिणवा नें खनन नीति पर कहा कि खनन नीति तो बन गई है, लेकिन जनता के सुझाव के लिए अभी इंटरनेट पर डाला हुआ है। टोंक से बजरी खनन शुरू करने के सवाल पर कहा कि विभाग भी इसके लिए प्रयासरत है, लेकिन मामला सर्वोच्च न्यायालय में होने के कारण कुछ नहीं किया जा सकता है। जनसुनवाई के दौरान प्रदेश मंत्री जगमोहन बघेल भी मौजूद थे, मंगलवार को सुनवाई में करीब साठ परिवेदनाएं आई।