जोधपुर। अपने ही गुरुकुल की नाबालिग छात्रा से यौन शोषण के आरोपी आसाराम पर हमले की आशंका जताई गई है। इस संबंध में जेल अधीक्षक ने पुलिस प्रशासन को पत्र लिखकर आसाराम की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने का आग्रह किया है।
आसाराम को रोजाना जेल से कोर्ट ले जाया जाता है। उनका मानना है कि इस दौरान आसाराम पर हमला हो सकता है। इस पत्र के बाद पुलिस ने आसाराम की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर इसे बढ़ा दिया है।
आसाराम मामले में अब तक गवाहों पर हमले हो रहे थे लेकिन अब जेल प्रशासन ने आसाराम पर हमले की आशंका को ध्यान में रखते हुए उनकी सुरक्षा बढ़ाने के लिए पुलिस प्रशासन को पत्र लिखा है।
जोधपुर जेल प्रशासन का कहना है कि आसाराम को रोजाना कोर्ट ले जाते समय कभी भी उन पर हमला हो सकता है। जोधपुर जेल अधीक्षक विक्रम सिंह का कहना है कि हमें ऐसा लगता है कि कुछ लोग आसाराम को निशाना बना सकते है।
इसके पीछे उनका तर्क है कि गवाहों पर हमले के बाद कई लोगों में आसाराम के प्रति गुस्सा है। उनका गुस्सा आसाराम पर हमले के रूप में निकल सकता है। इसे ध्यान में रख हमने अपनी तरफ से एहतियात के तौर पर आसाराम की सुरक्षा बढ़ाने को पुलिस को लिखा है।
उल्लेखनीय है कि आसाराम के खिलाफ गवाही देने वाले नौ लोगों पर देश के विभिन्न भागों में हमला हो चुका है। इनमें से तीन को अपनी जान तक गंवानी पड़ी।
आसाराम की सुरक्षा बढ़ाई- पुलिस ने एहतियात के तौर पर आसाराम की सुरक्षा व्यवस्था को नए सिरे से समीक्षा की है। गत दस दिन में आला अधिकारियों ने आसाराम को कोर्ट में लाए जाने के समय वहां उपस्थित रहने वाले उनके समर्थकों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रख वहां का पूरा जायजा लिया। इसके बाद वहां पर पुलिस की संख्या को बढ़ाया गया है।
आसाराम को पहले से ही पुलिस के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले वज्र वाहन से कोर्ट लेकर जाती है। अब उनके इस वाहन के साथ चार वाहन और लगाए गए है। इसके अलावा रास्ते में कई स्थान पर पुलिस के जवान तैनात किए गए है।
वहीं कोर्ट परिसर में 75 पुलिस के जवान रोजाना आसाराम की सुरक्षा में तैनात रहते है। इसके बावजूद अब एक बार फिर नए सिरे से पूरी व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है।