कोटा/धौलपुर। प्रदेश के कोटा और झालावाड़ इलाके में हो रही तेज बरसात तथा कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण चंबल नदी के जल स्तर में बढोतरी हो रही है। चंबल नदी में पानी की आवक के कारण रविवार को चंबल का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया।
रविवार रात को नौ बजे चंबल का जल स्तर करीब 136 मीटर रिकार्ड किया गया। जल स्तर में बढोतरी होने के कारण निचले इलाकों में पानी पहुंचने का खतरा मंडराने लगा है। उधर, जनपद में तेज बरसात तथा चंबल के जल स्तर में बढोतरी होने के बाद में प्रशासन ने तटीय इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है।
प्रदेश के कोटा एवं झालावाड़ जिलों तथा समीपवर्ती मध्यप्रदेश में बीते दिनों हुई तेज बरसात का असर चंबल के जल स्तर में बढोतरी के रूप में सामने आने लगा है। रविवार तड़के चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया।
रविवार देर शाम को चंबल नदी का जल स्तर बढ़ कर 135.30 मीटर तक जा पहुंचा। जनपद कलक्ट्रेट स्थित नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार दोपहर कोटा बैराज से 81 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था।
इसके अलावा काली सिंध बांध से भी शनिवार देर शाम करीब चार लाख क्यूसेक पानी छोडा गया,जिसके बाद में चंबल के जलस्तर में बढोतरी शुरू हो गई थी। यही बजह रही कि चंबल का जलस्तर बीती रात खतरे का निशान पार कर गया। 12 गेट खोले
उधर, चंबल में बढते हुए जलस्तर एवं वाहनों की आवक जावक को देखते हुए वाहनों की गति सीमित करने के संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं। इसके अलावा सुरक्षा के चलते चंबल सडक पुल पर दोनों ओर पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है।
जनपद प्रशासन द्वारा पूर्व में तय किए सुरक्षा मानकों के मुताबिक चंबल नदी में जल का स्तर 135 मीटर से ऊपर होने पर चंबल पुल से गुजरने वाले वाहनों की अधिकतम गति 15 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गई है।
इसी प्रकार जलस्तर 136 मीटर से ऊपर होने पर पुल से गुजरने वाले वाहनों को एक तरफ से गुजरने के उपरांत ही दूसरी ओर के वाहनों को पुल से निकाला जाता है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की अनुशंषा के अनुसार नदी में जल का स्तर 137 मीटर से उपर होने पर चंबल पुल पर आवागमन पूर्णतया बंद किया जाता रहा है।
ज्ञात रहे कि चंबल नदी का सामान्य जल स्तर 119.30 मीटर है,जबकि खतरे का निशान 129.79 मीटर है। चंबल नदी पर बने सड़क पुल की उंचाई 141.80 मीटर है। चंबल नदी में वर्ष 1996 में सर्वाधिक जल स्तर 145.54 मीटर रिकार्ड किया गया था।
इसके अलावा वर्ष 2006 में जल स्तर 141.80 मीटर तक जा पंहुचा था तथा इस कारण से आगरा मुंबई सडक मार्ग पर ट्रैफिक को बंद करना पडा था। बीते साल भी तीन दिन तक चंबल पुल पर सडक यातायात को बंद किया गया था।