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मन की बात : कारगिल विजय दिवस और सड़क सुरक्षा पर बात - Sabguru News
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मन की बात : कारगिल विजय दिवस और सड़क सुरक्षा पर बात

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मन की बात : कारगिल विजय दिवस और सड़क सुरक्षा पर बात
on mann ki baat, :pm modi pays tribute to kargil martyrs
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दिल्ली।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिये देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने करगिल  विजय दिवस और सड़क सुरक्षा पर बात की।

उन्होने अपने संबोधन मे कहा कि इस वर्ष बारिश की अच्छी शुरुआत हुई है। हमारे किसान भाईयों, बहनों को खरीफ की बुआई करने में अवश्य मदद मिलेगी। और एक ख़ुशी की बात मेरे ध्यान में आयी है और मुझे बड़ा आनंद हुआ। हमारे देश में दलहन की और तिलहन  की – बहुत कमी रहती है। ग़रीब को दलहन चाहिये, खाने के लिये सब्ज़ी वगैरह में थोड़ा तेल भी चाहिये। मेरे लिये ख़ुशी की बात है कि इस बार जो उगाई हुई है, उसमें दलहन में क़रीब-क़रीब 50 प्रतिशत वृद्धि हुई है। और तिलहन में क़रीब-क़रीब 33 प्रतिशत वृद्धि हुई है। मेरे किसान भाई-बहनों को इसलिए सविशेष बधाई देता हूँ, उनका बहुत अभिनन्दन करता हूँ।

मेरे प्यारे देशवासियो, 26 जुलाई, हमारे देश के इतिहास में कारगिल विजय दिवस के रूप में अंकित है। देश के किसान का नाता, ज़मीन से जितना है, उतना ही देश के जवान का भी है। कारगिल युद्ध में, हमारा एक-एक जवान, सौ-सौ दुश्मनों पर भारी पड़ा। अपने प्राणों की परवाह न करके, दुश्मनों की कोशिशों को नाकाम करने वाले उन वीर सैनिकों को शत-शत नमन करता हूँ।

कारगिल का युद्ध केवल सीमाओं पर नहीं लड़ा गया, भारत के हर शहर, हर गाँव में, इस युद्ध में योगदान था। ये युद्ध, उन माताओं, उन बहनों के लिए लड़ा, जिनका जवान बेटा या भाई, कारगिल में दुश्मनों से लड़ रहा था। उन बेटियों ने लड़ा, जिनके हाथों से अभी, पीहर की मेहंदी नहीं उतरी थी। पिता ने लड़ा, जो अपने जवान बेटों को देखकर, ख़ुद को जवान महसूस करता था। और उस बेटे ने लड़ा, जिसने अभी अपने पिता की उंगली पकड़कर चलना भी नहीं सीखा था।

इनके बलिदान के कारण ही आज भारत दुनिया में सर उठाकर बात कर पाता है। और इसलिए, आज कारगिल विजय दिवस पर इन सभी हमारे सेनानियों को मेरा शत-शत प्रणाम।

पढें मोदी ने ‘मन की बात’ में क्या कहा…

  • इस वर्ष बारिश की अच्छी शुरुआत हुई है। हमारे किसान भाईयों, बहनों को खरी की बुआई करने में अवश्य मदद मिलेगी।
  • इस बार जो उगाई हुई है, उसमें दलहन में क़रीब-क़रीब 50 प्रतिशत वृद्धि हुई है। और तिलहन में क़रीब-क़रीब 33 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
  • मेरे किसान भाई-बहनों को इसलिए सविशेष बधाई देता हूं, उनका बहुत अभिनन्दन करता हूं।
  • 26 जुलाई, देश के इतिहास में करगिल विजय दिवस के रूप में अंकित है। देश के किसान का नाता, ज़मीन से जितना है, उतना ही देश के जवान का है।
  • करगिल का युद्ध केवल सीमाओं पर नहीं लड़ा गया, भारत के हर शहर, हर गांव में, इस युद्ध में योगदान था।
  • आज करगिल विजय दिवस पर इन सभी हमारे सेनानियों को मेरा शत-शत प्रणाम।
  • पिछले साल 26 जुलाई को हमने माई जीओभी का उद्घाटन किया था।
  • क़रीब दो करोड़ लोगों ने माई जीओभी को देखा। क़रीब-क़रीब साढ़े पांच लाख लोगों ने कमेंट्स किए।
  • सबसे ज्यादा खुशी की बात तो ये है कि पचास हजार से ज़्यादा लोगों ने पीएमओ ऐप्लीकेशन्स पर सुझाव दिए, उन्होंने समय निकाला।
  • माई जीओभी पर बहुत ही सकारात्मक सुझाव आते हैं। शासन व्यवस्था में एक नई स्वच्छ हवा का अनुभव होता है।
  • स्वतंतत्रता दिवस 15 अगस्त पर मेरे संबोधन के लिए भी सुझाव आ रहे हैं।
  • ये एक अच्छा विचार है कि 15 अगस्त के मेरे भाषण के लिए जनता जनार्दन से सुझाव लिए जाए।
  • अभी दो दिन पहले, दिल्ली की एक दुर्घटना के दृश्य पर मेरी नज़र पड़ी और दुर्घटना के बाद वो स्कूटर चालक 10 मिनट तक तड़पता रहा।
  • वैसे भी मैंने देखा है कि मुझे कई लोग लगातार इस बात पर लिखते रहते हैं कि आप रोड सेफ्टी पर कुछ बोलिए।
  • जब आंकड़ों की तरफ़ देखते हैं तो हृदय हिल जाता है। हमारे देश में हर मिनट एक दुर्घटना होती है।
  • सबसे बड़ी चिंता का विषय ये भी है, क़रीब-क़रीब एक तिहाई मरने वालों में 15 से 25 साल की उम्र के नौजवान होते हैं।
  • सरकार सड़क सुरक्षा के लिए कई कदम उठा रही है।
  • पिछले दिनों कुछ घटनाएं मेरे ध्यान में आई, मुझे अच्छा लगा कि मैं आपसे बात करूं।
  • पिछले दिनों, रेलवे के कर्मचारी के विषय में एक जानकारी मिली, नागपुर डिवीज़न में विजय बिस्वाल करके एक टी.टी.ई. हैं। उन्होंने रेलवे को ही अपना आराध्य माना और वे रेलवे में नौकरी करते हैं और रेलवे के ही संबंधित भिन्न-भिन्न दृश्यों का पेंटिंग करते रहते हैं।
  • मध्य प्रदेश के हरदा ज़िले के सरकारी अधिकारियों की पूरी टीम, पूरी टोली ने एक ऐसा काम शुरू किया जो मेरे मन को छू गया। उन्होंने एक नई पहल की है और नाम दिया है ऑपरेशन मलयुद्ध।
  • छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव में केश्ला करके एक गांव है। उस गांव के लोगों ने पिछले कुछ महीनों से कोशिश करके टॉयलेट बनाने का अभियान चलाया। और अब उस गांव में किसी भी व्यक्ति को खुले में शौच नहीं जाना पड़ता है।
  • ये तो उन्होंने किया, लेकिन, जब पूरा काम पूरा हुआ तो पूरे गांव ने जैसे कोई बहुत बड़ा उत्सव मनाया जाता है वैसा उत्सव मनाया।
  • प्रधानमंत्री ने देश के उत्तर-पूर्वी हिस्से पर भी बात की।
  • साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी एक प्रकार से विकास का डी.एन.ए. है।
  • अभी भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय ने एक राष्ट्रीय आविष्कार अभियान शुरू किया है।
  • हम गांवों में 24X7 बिजली मुहैया कराने पर काम कर रहे हैं। इसके लिए हमने ‘दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति कार्यक्रम’ शुरू किया है।

पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ के इस सत्र के लिए जनता से सुझाव मांगे थे। यह ‘मन की बात’ कार्यक्रम का 10वां सत्र होगा। इससे पहले उन्होंने 28 जून को मन की बात की थी, जिसमें उन्होंने इसमें लोगों से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, जन सुरक्षा योजना, योग और मॉनसून पर बात की थी।