जयपुर। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि निकाय चुनाव में पार्टी का फोकस पूरी तरह से स्थानीय मुद्दो पर रहेगा।
निकाय चुनाव हमेशा ही स्थानीय मुद्दो पर ही लड़े जाते हैं। उन्होंने कहा कि वैसे तो भाजपा महंगाई और ललित मोदी जैसे राष्ट्रीय स्तर के मामलों पर बैकफुट पर है।
पायलट रविवार को कांग्रेस मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। पायलट ने भाजपा सरकार पर फर्जी डिग्रीयां और अंकसूचियां बंटवाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव से पहले सरकार ने आनन- फानन में अध्यादेश के जरिए शैक्षणिक योग्यता अनिवार्य कर दी है, इससे फर्जी अंकसूची बनाने वालों का नया उद्योग पनप गया है। उन्होंने कहा कि फर्जी डिग्रीयां और अंकसूचियां जांचने का पैमाना ना तो चुनाव आयोग के पास है और ना ही राजनीतिक पार्टियों के पास।
उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में शैक्षणिक योग्यता के अनिवार्य करने के कारण बड़ी संख्या में फर्जी मामले सामने आए हैं। इन मामलों में आरोपी भगौडे तक घोषित होने लगे हैं। उन्होंने कहा कि बेहतर होता कि चुनावों में शैक्षणिक बाध्यता को अध्यादेश से नहीं लाकर विधानसभा में विभिन्न राजनीतिक दलों के विधायकों से सार्थक चर्चा के बाद पारित करवाया जाता। लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं कर कितने लोगों को चुनाव लड़ने के अधिकार से वंचित कर दिया है।
पायलट ने कहा कि शैक्षणिक बाध्यता के चलते कांग्रेस में फिलहाल किसी तरह का अड़चन नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की डेढ़ साल की कार्यशैली से जनता त्रस्त है और कांग्रेस को एक बेहतर विकल्प के तौर पर देख रही है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने निकाय चुनाव में भाजपा द्वारा सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग की आशंका भी जताई है। प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लगी हुई है लेकिन इस दौरान भी मंत्री दौरे कर सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं। कांग्रेस इस तरह की शिकायतें पहले भी चुनाव आयोग से करती रही है। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि चुनाव आयोग इस पर कड़ी नजर रखेगा और सख्ती से पालन करवाएगा।
पायलट ने कहा कि सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार के दौरान किए गए कामों को चौपट कर दिया है। पूर्ववर्ती सरकार ने 20 लाख रूपए खर्च कर जिन आईटी सेंटरों का निर्माण करवाया था उस पर 200 रूपए का कलर पुतवा दिया गया है। सरकार राजनितिक द्वेषता के चलते ओछि मानसिकता दिखा रही है।
पायलट ने एक बार फिर साफ़ किया है कि प्रदेश कांग्रेस में निकाय चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन जिला स्तर पर ही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला स्टार पर बनाई गई कमेटियों पर ही जिताऊ उम्मीदवार के चयन से लेकर चुनाव प्रचार-प्रसार और सीट जिताने की ज़िम्मेदारी रहेगी।