नई दिल्ली। लोकसभा में मंगलवार को भी विपक्षी दलों ने हंगामा जारी रखा। सदन में लेफ्ट, आरजेडी और एसपी सदस्यों ने 25 कांग्रेस सदस्यों का निलंबन वापस लेने की मांग करते हुए नारेबाजी की।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने जब कुछ कहने का प्रयास किया तब स्पीकर ने उन्हे टोकते हुए, उनसे प्रश्नकाल के बाद अपनी बात रखने को कहा। इससे असंतुष्ट लेफ्ट पार्टियों के साथ समाजवादी पार्टी और आरजेडी सदस्य सदन से वॉकआउट कर गए।
हंगामे के बीच लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सांसदों को फटकार लगाते हुए कहा कि कि सांसदों को अपनी बात रखने और मंत्रियों से आश्वासन लेने का हक है, लेकिन जानबूझकर नियमों को चुनौती देकर ऐसा नही किया जा सकता। जब आप सांसद बनकर आते हैं, तब आपको नियम पुस्तिका दी जाती है। यह नियम पुस्तिका एक व्यक्ति ने नहीं बनाई है। संसद की समिति ने इसे बनाया है।
जानकारी हो कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जे देने की मांग पर अड़े वाईएसआर कांग्रेस के सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन के पास पोस्टर लहराए। साथ ही टीआरएस सदस्यों ने सत्तापक्ष की ओर तथा प्रधानमंत्री की सीट के बगल में खड़े होकर तेलंगाना के लिए अलग उच्च न्यायालय की मांग करने लगे।
इस पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार आंध्र प्रदेश के साथ कोई अन्याय नहीं होने देगी। सभी मामलों पर सरकार ध्यान दे रही है। तेलंगाना विषय पर राजनाथ सिंह ने कहा कि तेलंगाना के बारे में अभी हमारी विधि मंत्री से बात हुई है। विधि मंत्री इस मुद्दे का समाधान निकालने के लिए प्रयत्नशील हैं। जहां तक संभव होगा सरकार इस बारे में बात करके समाधान निकालेगी।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह के इस बयान के बाद भी वाईएसआर कांग्रेस तथा टीआरएस के सदस्य शांत नही हुए और अपना विरोध प्रर्दशन जारी रखा। अध्यक्ष ने वाईएसआर कांग्रेस सदस्यों की नारेबाजी के बीच ही पूरा प्रश्नकाल चलाया I