जयपुर। राजस्थान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग निदेशालय की पीसीपीएनडीटी इकाई ने एक अगस्त को अजमेर शहर में डिकॉय ऑपरेशन कर अवैध रूप से भ्रूण लिंग परीक्षण में लिप्त एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर सोनोग्राफी सेंटर के रिकार्ड तथा मशीनों को पीसीपीएनडीटी अधिनियम के तहत जब्त कर लिया है।
अध्यक्ष, राज्य समुचित प्राधिकारी (पीसीपीएनडीटी) एवं विशिष्ट शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग नवीन जैन ने बताया कि एक अगस्त शनिवार को मुखबीर द्वारा सूचना मिली कि अजमेर शहर में ललित मंघलानी क्लिनिक संचालक पैसे लेकर गर्भवती महिला की सोनोग्राफी करके भ्रूण लिंग परीक्षण करवाता है।
सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए परियोजना निदेशक पीसीपीएनडीटी किशनाराम ईशरवाल के नेतृत्व में डिकॉय टीम गठित कर अजमेर भेजी गई। कार्ययोजना के अनुसार 25000 रुपए देकर एक गर्भवती महिला को बोगस ग्राहक ललित मंघलानी के पास भेजा गया। मंघलानी ने नम्बर वाले 15000 रुपए बोगस गर्भवती से लेकर अगले दिन सोनोग्राफी कराने को आने को कहा गया।
अगले दिन निदेशालय जयपुर के दल की निगरानी में बोगस महिला ग्राहक से लिंग जांच के लिए तय शेष राशि 10 हजार लेकर ललित मंघवानी अजमेर में शास्त्री नगर स्थित राना सिटी स्कैन एंड डायग्नोस्टिक सेंटर लेकर पहुंचा। जैन ने बताया कि थोड़ी देर में ही वह गर्भवती महिला को राना सिटी स्कैन एंड डायग्नोस्टिक सेंटर के बाहर सोनोग्राफी कराने के बाद बाहर लाया एवं लगभग 20 मिनट बाद स्वयं ललित मंघवानी ने सोनोग्राफी रिपोर्ट गर्भवती को सौंपते हुए पॉजीटिव रिजल्ट आने की बात कही।
ईशरवाल ने बताया कि सोनोग्राफी रिपोर्ट गर्भवती को देकर आरोपी ललित मंघलानी चौरसियावास रोड स्थित ललित क्लिनिक पहुंचा एवं उसका पीछे करते हुए डिकॉय दल ने उसकी जैब से डिकॉय आपॅरेशन की 25 हजार रुपए की राशि प्राप्त की। दल को ललित मंघवानी ने बताया कि वह स्वयं ही चिकित्सक पर्ची बनाकर गर्भवती की सोनोग्राफी जांच लिखता एवं राना सिटी स्कैन एवं डायग्नोस्टिक सेंटर फर्जी रैफरल स्लिप से सोनोग्राफी करवाए जाने की बात कही।
उन्होंने बताया कि क्रिश्चन गंज पुलिस थाना अजमेर के सहयोग से पुलिस कार्रवाई करते हुए राना सिटी स्कैन एवं डायग्नोस्टिक सेंटर पर देवेन्द्र आंवला की उपस्थिति में पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए उपलब्ध रिकार्ड एवं सोनोग्राफी मशीनों को जब्त कर लिया गया है।