अलवर। जिले में पुलिस की कार्यशैली और बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर सोमवार को अलवर बंद के दौरान पुलिस ने बंद करा रहे कांग्रेसियों को चुन चुन कर पीटा। जिसके चलते बड़ी संख्या में कांग्रेसी घायल हो गए।
पुलिसकर्मियों की इस कार्रवाई से व्यापारियों में भी खास विरोध नजर आया। सोमवार को अलवर बंद राजनीतिक गलियारों का हिस्सा बनकर कांग्रेसियों व व्यापारियों के लिए मुसीबत बनकर आया।
बंद करा रहे कांग्रेसियों की पुलिस से झड़प होने के बाद हालात बेकाबू हो गए। झड़प के दौरान पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। बिगड़ते हालात को देखते हुए मौके पर एडिनशनल एसपी पारस जैन पहुंचे और हालात का जायजा लिया। पुलिस कांग्रेसियों को थाने ले आई। जिस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी कोतवाली पहुंचे और घायल कांग्रेसियों से मिले। इस दौरान उन्होंने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से बात की।
कांग्रेसियों ने अपने साथी कार्यकर्ताओं के साथ हुई इस निदंनीय घटना का विरोध जताया। कांग्रेसियों ने कोतवाली के बाहर पहुंचकर पुलिस-प्रशासन के प्रति आक्रोश जताते हुए इस पूरे घटनाक्रम में शहर विधायक का हाथ होने की बात कही। कोतवाली में बंदहुए कांग्रेस पदाधिकारियों ने बताया कि वे शांतिपूर्ण बंद करवा रहे थे। अचानक पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज कर दिया। कांग्रेसियों ने शहर विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिले की पुलिस को शहर विधायक चला रहे हैं।
बिजलीकर्मियों ने जताया विरोध
विद्युत विभाग के कैशियर राजेश शर्मा के हत्यारों को पकडऩे के बाद लूटी गई रकम की वसूली को लेकर पुलिस की संदिग्ध कार्यशैली का विरोध किया। विद्युतकर्मियों ने सोमवार को अलवर बंद का ऐलान करते हुए इसका समर्थन किया। वहीं कांग्रेसियों पर होने वाले लाठी चार्ज के बाद विद्युतकर्मी कोतवाली पहुंचे और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। विद्युतकर्मी इंटक के जिलाध्यक्ष जगदीश गुप्ता ने इसे पुलिस की बर्बरता बताते हुए कहा कि यह निदंनीय काम है। जिसमें पुलिसकी तानाशाही साफ झलकती है। जिला कांग्रेस कमेटी ने लाठीचार्ज की घटना की न्यायिक जांच की मांग करते हुए सरकार को पन्द्रह दिन में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग की है।
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक दीक्षित एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य नरेन्द्र शर्मा ने शहर की एक निजी होटल में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए बताया कि इस लाठी चार्ज में एक दर्जन लोगों को गम्भीर रूप से चोटें आई है। जिनमें शहर अध्यक्ष प्रदीप सिंह, प्रवक्ता लोकेश यादव, जिला प्रवक्ता एवं महासचिव पवन सैनी, पीसीसी सदस्य नरेन्द्र शर्मा, यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव भूपेन्द्र गुर्जर, जिला कांग्रेस कमेटी के रामबहादुर सिंह तंवर, रवि कपूर सिंह कई कांग्रेसियों को गम्भीर चोटें आई है। जबकि संयुक्त व्यापार महासंघ के पदाधिकारी महेश भारद्वाज का सिर में गम्भीर चोटें आने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया है।
जिला अध्यक्ष अशोक दीक्षित के अनुसार बन्द में व्यापारियों एवं श्रमिकों का सहयोग देने के लिये कांग्रेस जन उनके साथ व्यापारियों से अपने अपने प्रतिष्ठान बन्द करने की अपील कर रहे थे। इस दौरान बिना वजह पुलिस ने शहर विधायक बनवारी लाल सिंघल के इशारे पर कांग्रेसियों, व्यापारियों तथा उपस्थित आमजन पर लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने कांग्रेस के नेताओं को चुन चुन कर पीटा तथा उन्हें गिरफ्तार कर शहर कोतवाली ले गई। इस मौके पर कई पुलिस अधिकारी शहर विधायक के एजेन्ट बनकर काम करते देखे गये।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में भाजपा ने कई बार बन्द व विरोध प्रदर्शन किया लेकिन अभी भी सरकार ने विरोध प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज नहीं किया। कांग्रेस इस घटनाक्रम की निन्दा करती है। इस लाठीचार्ज के जिम्मेदार भी अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी सरकार से मांग करती है कि आगामी पन्द्रह दिनों में इन दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस जिला बन्द का आह्वान करेगी।
वहीं गत विधानसभा चुनाव में अलवर शहर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे नरेन्द्र शर्मा ने कहा कि शहर के व्यापारियों ने शहर विधायक को नकार दिया है। जिसको शहर विधायक बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। शहर विधायक बनवारी लाल सिंघल ने प्रेस को पत्र लिखकर व्यापारियों से बन्द नहीं करने का आग्रह किया था। जिसको व्यापारियों ने नहीं माना। यह शहर विधायक से बर्दाश्त नहीं हुआ।
जिन व्यापारियों ने बन्द का आह्वान किया तथा जिन कांग्रेस नेताओं ने इस बन्द में भाग लिया उन सभी को टारगेट बनाते हुए इस लाठीजार्च में चुन चुन कर पीटा गया है। वहीं शहर में अन्धेरा होने पर शहर विधायक गश्त करने का नाटक कर रहे है। शहर में अन्धेरा होने की पूरी जिम्मेदारी नगर परिषद व राज्य सरकार की है।
गत सात सालों से नगर परिषद अलवर में भाजपा का बोर्ड है। यह बोर्ड शहर में रोड लाईट की व्यवस्था करने व सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने में पूरी तरह विफल साबित रहा है। अब व्यापारियों के द्वारा अलवर बन्द से शहर विधायक बौखला गये क्योंकि व्यापारी शहर विधायक की अब सुनने को तैयार नहीं है। जिसके चलते नाक का सवाल अलवर बन्द को बनाते हुए शहर विधायक ने उन सभी व्यापारियों व कांग्रेस नेताओं को पुलिस द्वारा पीटवाने का कार्य किया है।
उधर भंवर जितेन्द्र सिंह ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज कराने का मन बना लिया है। इसके लिये कांग्रेस की विधि सैल से सम्पर्क कर कानून सम्बन्धी जानकारी जुटाई जा रही है। प्रेसवार्ता में जिलाध्यक्ष अशोक दीक्षित, प्रवक्ता पवन सैनी, पीसीसी सदस्य नरेन्द्र शर्मा, नगर परिषद में प्रतिपक्ष नेता नरेन्द्र मीणा एवं पूर्व पार्षद जगदीश सिंघल सहित कई कांग्रेसजन मौजूद रहे।
मुझे घटना की जानकारी नहीं: शहर विधायक
शहर विधायक बनवारी लाल सिंघल ने कहा कि सोमवार को अलवर बंद के दौरान पुलिस द्वारा किए गए लाठी-चार्ज की जानकारी मुझे नहीं है। मैं तो त्रिपोलिया शिव मंदिर में रूद्राभिषेक कर रहा था। अलवर बंद के दौरान पुलिस द्वारा कांग्रेसियों पर किए गए लाठी-चार्ज के बाद शहर विधायक बनवारी लाल सिंघल ने अपने निवास पर पत्रकारों को यह जानकारी दी। शहर विधायक ने बताया कि अगर पुलिस ने बेवजह लाठीचार्ज किया है तो पुलिस के खिलाफ कार्रवाई होगी। अन्यथा कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।
उन्होंने बताया कि दो दिन से मैं लगातार शहर में गश्त कर रहा हूं। गश्त के दौरान पुलिस व प्रशासन की खामियां सामने आई है। जिनके बारे में पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों को अवगत कराया है। 10 दिन में शहर की रोडलाईटें ठीक हो जाएगी। वहीं पुलिस चौकी पर पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। प्रेस वार्ता में नगर परिषद चेयरमैन अशोक खन्ना एवं शहर अध्यक्ष घासीराम गुप्ता मौजूद थे।