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गीता का दिव्य आलौकिक ज्ञान राष्ट्र की उन्नति का है आधार : मुख्यमंत्री - Sabguru News
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गीता का दिव्य आलौकिक ज्ञान राष्ट्र की उन्नति का है आधार : मुख्यमंत्री

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गीता का दिव्य आलौकिक ज्ञान राष्ट्र की उन्नति का है आधार : मुख्यमंत्री
independence day : knowledge of the Gita is the nation's progresssays Chief Minister Manohar Lal Khattar
independence day : knowledge of the Gita is the nation's progresssays Chief Minister Manohar Lal Khattar
independence day : knowledge of the Gita is the nation’s progresssays Chief Minister Manohar Lal Khattar

कुरुक्षेत्र।  मुख्यमंत्री ने कहा कि कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर भगवान श्रीकृष्ण के मुखारबिंद से गीता का दिव्य और औलोकिक ज्ञान मानवता का मार्गदर्शन कर रहा है। गीता में निष्काम कर्म एक ऐसा दर्शन है, जो हर प्राणी, हर समाज और हर राष्ट्र की उन्नति का आधार है।

हर देश और प्रदेश की उन्नति के लिए अनेकों शहीदों ने अपना बलिदान दिया। इन शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को मान-सम्मान देना और उनसे प्रेरणा लेकर राष्ट्र की उन्नति में सहयोग देना व शहीदों के सपनों का भारत बनाने का हम सब का कर्तव्य है।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल शनिवार को स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर कुरुक्षेत्र के द्रोणाचार्य स्टेडिय में आयोजित राज्यस्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह पर प्रदेशवासियों को सम्बोधित कर रहे थे। इस राष्ट्रीय पर्व पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सबसे पहले लघु सचिवालय के परिसर में शहीदी स्मारक पर पुष्प चक्र भेंट कर शहीदों को नमन किया और उसके उपरांत द्रोणाचार्य स्टेडियम में राष्ट्रीय ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 69वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इतिहास के पन्नों में 15 अगस्त का दिन बलिदान, शहीदों के सम्मान, स्वतंत्रता सेनानियों की आन और राष्ट्र की शान का प्रतीक है। एक तरफ महात्मा गांधी के नेतृत्व में अंहिसा के रास्ते पर चलते हुए आजादी की लड़ाई लड़ी गई, वहीं दूसरी ओर कई क्रांतिकारी सरफिरोशी की तमन्ना के साथ फांसी के फंदों पर झूल गए।

आजादी की इस लड़ाई में हरियाणा के लोग भी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व कुर्बान करने में हमेशा सबसे आगे रहे और अब राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए बलिदान देने में अग्रणी हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 मई 1857 को अम्बाला छावनी से शुरू हुई क्रांति के शहीदों की स्मृति को चिरस्थाई बनाना हमारा दायित्व है। इसलिए सरकार अम्बाला में 22 एकड़ भूमि पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर का एक शहीदी स्मारक बना रही है, जो भावी पीढ़ी को देशहित के लिए त्याग, सेवा और कुर्बानी की प्रेरणा देता रहेगा।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र स्वतंत्र भारत का अनमोल आभूषण है। वर्ष 1975 में लगा आपातकाल हमारे लोकतंत्र के इतिहास में एक काला अध्याय था। लोकतंत्र की बहाली के लिए आपातकाल के दौरान जेल गए लोगों का सम्मान करते हुए सरकार ने उन्हें आगामी गणतंत्र दिवस पर ताम्र-पत्र देकर सम्मानित करने का निर्णय लिया है।

आपातकाल के दौरान जो लोग जेल गये, उन्हें ताम्र-पत्र के साथ-साथ हरियाणा परिवहन की साधारण बसों में पति-पत्नी दोनों को मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जाएगी। वोल्वो बसों में 75 प्रतिशत की छूट मिलेगी। विधुर या विधवा होने की स्थिति में एक  अटेंडेंट भी साथ यात्रा कर सकेगा। ये सुविधाएं आगामी 2 अक्तूबर से मिलेंगी।

हरियाणा सरकार ने सेनाओं के कार्मिकों की एक्सग्रेशिया ग्राण्ट में अभूतपूर्व बढ़ोतरी की है। अब हर शहीद के परिवार को एक्सग्रेशिया ग्राण्ट के रूप में 20 लाख रुपये और नि:शक्त की स्थिति में 15 लाख रुपए  तक  दिए  जाते हैं।

उन्होंने कहा कि मानवता के पुजारी पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के ‘अन्त्योदय दर्शन’ पर चलते हुए केंद्र व प्रदेश सरकार गरीब से गरीब व्यक्ति तक विकास के लाभ पहुंचाने के लिए वचनबद्ध हैं।

उन्होंने कहा कि सडक़ों, बिजली और पानी के लिए 100 करोड़ रुपए का विशेष इन्फ्रास्ट्रक्चर फण्ड सृजित किया जाएगा। ग्रामीण बी.पी.ओ. के लिए प्रति सीट एक  लाख रुपये की सब्सिडी दी जाएगी।

पिछड़े क्षेत्रों में औद्योगिक विकास के लिए विस्तार स्कीम शुरू की जा रही है। इस स्कीम के तहत वैट, ब्याज, स्टाम्प शुल्क, कर, ऑडिट, सहायता और रेटिंग में रियायत दी जाएगी। प्रथम सात वर्षों तक  कुल अदा किये गये वैट पर 75 प्रतिशत तक निवेश सब्सिडी मिलेगी।

अधिकतर खण्डों में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को तीन वर्ष तक  हर साल दस लाख रुपये की ब्याज सब्सिडी दी जाएगी। स्टाम्प ड्यूटी की शत-प्रतिशत वापिसी होगी। पानी, बिजली, पर्यावरण सुरक्षा, ऑडिट, के्रडिट रेटिंग और आईएसओ सर्टिफिकेशन लागत के 75 प्रतिशत की प्रतिपूर्ति होगी।

प्रत्येक  जिले में विनिर्माण सहकारी समितियां गठित की जाएंगी। महानिवेश योजना के तहत 500 एकड़ से अधिक भूमि पर 6 हजार करोड़ रुपए के निवेश की परियोजनाओं के लिए विशेष पैकेज दिया जाएगा।

सीएम ने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों एवं सेवाओं पर विशेष बल देने के लिए प्रनेता स्कीम शुरू की जा रही है। इस स्कीम के तहत पेशेवर एवं नये उद्यमियों को कर सहायता प्रदान की जाएगी। पहली पीढ़ी के पेशेवरों व तकनीकी रूप से दक्ष युवाओं से तीन करोड़ रुपए के कारोबार पर तीन वर्षों तक  कोई राज्य कर नहीं लिया जाएगा।

सेवा क्षेत्र के उद्यमियों के लिए के लिए एचएसआईआईडीसी की औद्योगिक  सम्पदाओं में 25 प्रतिशत प्लाट आरक्षित होंगे और 15 सेवाओं को उद्योग का दर्जा दिया जाएगा। एग्रो प्रोसैसिंग और वस्त्र उद्योग को व्यापक प्रोत्साहन दिये जाएंगे। व्यापारियों को इंस्पैक्टरी राज से छुटकारा दिलाना सरकार का ध्येय है। इसीलिए उनकी सुविधा के लिए ‘सी’ फार्म ऑन लाइन जारी करने की प्रक्रिया शुरू की है।

सीएम ने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र वैदिक सभ्यता की जन्मभूमि के साथ-साथ हरियाणा प्रदेश से  विलुप्त हुई सरस्वती नदी के जीर्णोद्धार, सरंक्षण व अनुसंधान के लिए सरस्वती हैरीटेज विकास बोर्ड का गठन किया गया है। इस सरस्वती तीर्थ के पावन तट पर स्थित रही प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर, ऐतिहासिक स्थल को पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित किया जाएगा।

इतना ही नहीं, कुरुक्षेत्र में ज्योतिसर, अमीन, नरकातारी, ब्रहमसरोवर और सन्निहित सरोवर को सुंदर बनाने के लिए 158 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। सरकार कुरुक्षेत्र को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के तीर्थ पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करेगी। कार्यक्रम के अंत में उपायुक्त सीजी रजिनिकांतन ने जिला प्रशासन की तरफ से मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री मनोहर लाल को स्मृति चिन्ह भेंट किया।

इस कार्यक्रम के मंच का संचालन सेवानिवृत डीआईपीआरओ देवराज सिरोहीवाल व डा. मोहित गुप्ता ने किया। इस मौके पर सांसद राजकुमार सैनी, विधायक सुभाष सुधा, विधायक डा. पवन सैनी, एडीजीपी सीआईडी शत्रुजीत कपूर, मुख्यमंत्री के ओएसडी विजय, आईजी हनीफ कुरैशी, उपायुक्त सीजी रजिनिकांतन, पुलिस अधीक्षक सिमरदीप सिंह, एडीसी प्रभजोत सिंह, एसडीएम सतबीर कुंडु, नगराधीश डा. पूजा भारती, भाजपा के पूर्व चिकित्सा प्रदेशाध्यक्ष आत्मप्रकाश मनचंदा, भाजपा के जिलाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच, पूर्व विधायक मुनीलाल रंगा, पूर्व विधायक बंता राम वाल्मिकी, पूर्व विधायक जोगीराम, भाजपा नेता जय भगवान शर्मा डीडी, धर्मवीर मिर्जापुर, रविंद्र सांगवान, जीतेंद्र अग्रवाल, महेंद्र सिंह के साथ-साथ अन्य अधिकारी, न्यायाधीश व गणमान्य लोग मौजूद थे।

independence day : knowledge of the Gita is the nation’s progresssays Chief Minister Manohar Lal Khattar