मेरठ। एसएसपी आवास पर उस वक्त हडकंप मच गया, जब दर्जनों महिलाए रोते हुए आवास में घुस गई और दहाड़े मारकर रोने लगी।
रोते हुए महिलाओं ने बताया कि गांव के ही दबंगों ने उनकी पुत्री का जबरन अपहरण कर लिया और उसकी हत्या करके नहर में फेंक दिया है। वहीं पुलिस इस मामले में आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है।
शनिवार को किठौर क्षेत्र के ग्राम गेसुपुर निवासी कुसुम पत्नी रामू उत्तरी गेसुपुर अपनी दो बेटी के साथ जंगल में चारा लेने के लिए गई थी। कुसुम का कहना है कि उसकी 17 वर्षीय बेटी अंशु चारा काट रही थी, तभी आधा दर्जन लोग आए और हथियारों के बल पर उसका अपहरण कर लिया।
यहीं नहीं उक्त लोगों ने महिला के मुंह में कपड़ा ठूसकर उसे बुग्गी से बांध दिया। पीडि़ता का कहना है कि उसकी 13 वर्षीय छोटी बेटी पानी लेने के लिए गई हुई थी। पीडि़ता ने यह भी बताया कि जब उसकी छोटी बेटी पहुंची तो उसने उसे बंधक मुक्त किया। जिसके बाद उन्होंने गांव में पहुंचकर जानकारी दी।
ग्रामीणों ने अपहरणकर्ताओं व किशोरी को ढूढऩे का प्रयास किया। अपहरण की सूचना पर परिक्षतगढ़ व किठौर पुलिस ने मौके पर पंहुचकर मामले की छानबीन की तथा युवती को तलाश किया।
ग्रामीणों व पुलिस को नहर की पटरी के पर पानी के किनारे युवती के चप्पल मिली थी। ग्रामीणों व पुलिस द्वारा आशंका व्यक्त की जा रही है कि किशोरी को धक्का देकर नहर में फेंककर मार दिया है।
परिजनों ने इस सम्बंध में गांव के ही पिटंू, बिजेन्द्र, सतेन्द्र व नीलू को नामजद किया है। इस मामले में एसएसपी ने किठौर थानाध्यक्ष को कड़े कार्रवाई के निर्देश दिए है।
वहीं थाना प्रभारी सुमेर सिंह ने बताया कि दोनों परिवारों में पहले भी मुकदमेंबाजी चली आ रही है। जांच-पड़ताल के बाद कार्रवाई की जाएगी।
आरोपी पक्ष के लोगों ने भी की कप्तान से निष्पक्ष जांच की मांग
अपहरण के मामले में नामजद आरोपियों के परिजनों भी रविवार को पुलिस आवास पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस कप्तान को दिए प्रार्थनापत्र में बताया कि युवती पक्ष से पुरानी रंजिश चल रही है, जिस कारण आरोपी उन्हें झूठे केस में फंसाकर जेल भेजने की फिराकर में है।
आरोपी पक्ष के लोगों का कहना है कि लड़की पक्ष के लोगों ने युवती को कहीं पर छिपा दिया है। अगर पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई करे तो सच्चाई सामने आ जाएगी।