कानपुर। डेढ़ साल पूर्व मेडिकल कालेज में सपा विधायक के मेडिकल काॅलेज स्टूडेंटों से हुई झड़प की यादें सोमवार को उस वक्त ताजा हो गई, जब सत्ता की हनक में चूर विधायक के कार सवार भाई को दरोगा ने प्रतिबंधित मार्ग पर जाने से रोक लिया।
नाराज विधायक के भाई ने दरोगा को पीट दिया और वर्दी पर लगे बिल्ले नोच डाले। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों व क्षेत्रीय जनता ने बीच-बचाव किया। सत्ता पक्ष के विधायक से जुड़ा मामला देख पुलिस अधिकारी भी कार्रवाई के बजाए मामले में समझौता की कवायद में जुट गए।
आखिरी सोमवार के जाजमऊ स्थित सिद्धेश्वर शिव मंदिर में अंतिम सोमवार के चलते हजारों भक्तों की भीड़ दर्शन को आती है। इसको देखते हुए जिला व पुलिस प्रशासन की ओर से दुर्गा मंदिर रोड के पास बैरिकेटिंग लगाई गई थी। मार्ग पर वाहनों का प्रवेश वर्जित किया गया था।
इस बीच सपा विधायक इरफान सोलंकी के भाई रिजवान सोलंकी लग्जरी कार से वहां से होकर जाने लगे। बैरियर के पास ड्यूटी पर तैनात 2013 बैच के ट्रेनी एसआई देवेन्द्र सिंह ने उनकी कार रोक ली और दूसरे मार्ग से जाने की बात कहीं।
जिससे नाराज सत्ता पक्ष के विधायक भाई कार से उतरे और दरोगा से अभ्रद शब्दों का प्रयोग करते हुए पीट दिया। यहीं नहीं चालक के साथ मिलकर विधायक के भाई ने दरोगा के बिल्ले नोंच लिए। मामला बिगड़ता देख दौड़कर पुलिस कर्मी व लोगों की भीड़ ने बीच-बचाव किया।
मामले को लेकर चकेरी इंस्पेक्टर राजीव द्विवेदी ने मारपीट की बात से इंकार करते हुए बताया कि सपा विधायक के भाई की इलाके में टेनरी है। जहां वह जा रहे थे। बैरियर के चलते उन्हें दरोगा ने रोका था। जहां दोनों के बीच हल्की फुल्की झड़प हुई थी। अगर दरोगा द्वारा तहरीर देते है तो मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
समझौता का बनाया गया दबाव
विधायक के भाई द्वारा पिटाई को लेकर दरोगा देवेन्द्र सिंह थाने पहंुचे और इंस्पेक्टर राजीव द्विवेदी को मामले की जानकारी दी। जानकारी मिलते ही इंस्पेक्टर ने ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने तस्दीक की। सपा पक्ष के विधायक भाई का मामला होने के चलते थाना पुलिस द्वारा कार्रवाई के बजाए ट्रेनी दरोगा पर समझौता का दबाव बनाया जाने लगा। मुकदमा दर्ज कराने को लेकर घंटों दरोगा को बैठाए रखा गया।