उज्जैन। 20 दिन की कड़ी जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने बहुचर्चित मनीष मीणा हत्याकांड का खुलासा किया। मनीष की पत्नी मीनाक्षी का प्रेमी हनीफ ने ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया था।
इसके लिए उसने अपने तीन साथियों की सहायता भी ली थी। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक फरार है। सभी को न्यायालय में पेश किया गया।
विवेकानंद कॉलोनी निवासी फायनेंस कंपनी संचालक मनीष मीणा को 18 अगस्त की सुबह अज्ञात बदमाशों ने सिर में गोली मार दी थी। चार दिन चले उपचार के बाद मनीष की अस्पताल में मौत हो गई थी।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए परिजनों ने आईजी कार्यालय का घेराव कर चक्काजाम भी किया था। वहीं एसपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी पर 10 हजार का ईनाम भी घोषित किया था। एसपी मनोहरसिंह वर्मा ने पूरे मामले का खुलासा किया।
उन्होंने पत्रकारों को बताया कि मनीष की पत्नी मीनाक्षी एक एनजीओ में काम करती थी। वहीं उसके साथ हनीफ पिता अनवर निवासी खंदार मोहल्ला भी काम करता था। दोनों के बीच अवैध संबंध हो गए थे। जिसकी खबर मनीष को लग गई थी।
मामूली विवाद के बाद मनीष और हनीफ ने एक-दूसरे को जान से मारने की धमकी भी दी थी। तभी से हनीफ ने मनीष की हत्या की योजना बनाना शुरू कर दी थी। 18 अगस्त की सुबह हनीफ अपने दोस्त रिजवान के साथ मनीष के कार्यालय पहुंचा। मनीष को रोककर हनीफ ने उसके सिर में गोली मार दी और बाइक से भाग निकले।
अवैध संबंध और संपत्ति बना कारण
एसपी एमएस वर्मा ने बताया कि हनीफ और मीनाक्षी के अवैध संबंध थे। जिसकी जानकारी मनीष को लग गई थी। इसके चलते मीनाक्षी और मनीष के बीच मनमुटाव भी चला आ रहा था। मनीष ने कई बार मीनाक्षी को हनीफ की हत्या करने की धमकी दी थी। मीनाक्षी ने यह बात हनीफ को बता दी थी। श्री वर्मा के अनुसार हनीफ मीनाक्षी से शादी कर उसकी संपत्ति हड़पना चाहता था।
दोस्त के साथ मिलकर की हत्या
हनीफ दो महीने पहले से ही मनीष की हत्या की योजना बना रहा था। उसने अपने साथी रिजवान पिता रईस निवासी नलियाबाखल के साथ मिलकर खंदार मोहल्ला निवासी इंजमाम पिता रफीकउद्दीन की पिस्टल लेकर शिकारी गली निवासी दिलशान की बाइक लेकर वारदात को अंजाम दिया। हत्या करने के बाद हनीफ और रिजवान ने इंजमाम की पिस्टल और दिलशान की बाइक लौटा दी। पुलिस ने वारदात में उपयोग की गई बाइक और पिस्टल जब्त कर ली है।