जोसो। जापान में मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ से कम से कम 25 लोग लापता हो गए हैं और एक लाख से अधिक लोगों को घर छोड़कर भागने पर मजबूर होना पड़ा है।
बारिश की वजह से नदियों के बांध टूट गए हैं जिससे कई घर पानी में बह गए और कई घर भूस्खलन में तबाह हो गए। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक भूस्खलन में एक घर के ढह जाने से एक 63 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौत हो गई और कार में फंसी एक अन्य महिला की मौत बाढ़ में बह जाने के कारण हो गई है।
बाढ़ जनित हादसों में कम से कम 27 लोगों के घायल होने की सूचना मिली है, जिनमें आठ की हालत गंभीर है। लापता लोगों में दो आठ साल के बच्चे भी बताए जा रहे हैं।
पिछले 48 घंटों में गुरुवार दोपहर तक जापान के कुछ हिस्सों में जितनी बारिश हुई, वह सितंबर में होने वाली बारिश की दोगुनी थी। बाढ़ ने पिछले 60 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।
सरकार ने इससे निपटने के लिए इमरजेंसी सेंटर की स्थापना की है और प्रधानमंत्री भशजो आबे ने मंत्रियों की बैठक बुलाई और कहा कि बारिश ने आपात स्थिति पैदा कर दी है।
चीफ कैबिनेट सेक्रेटरी योशीहीदे सुगा ने कहा कि सरकार, पुलिस, अग्निशमन अधिकारी और सेना एकजुट होकर काम कर रहे हैं। बाढ़ के पानी का स्तर बढऩे के कारण घरों में फंसे लोगों को सुरक्षित जगह ले जाने के लिए कल रात लगभग 51 हेलीकॉटर तैनात किए गए।
बचाव अभियान के दौरान 6000 लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया। टोयटा मोटर कॉर्प की प्रवक्ता ने कहा कि उसने पूर्वोततर जापान में स्थित अपने तीन संयंत्रों में शुक्रवार सुबह से काम बंद कर दिया है। हालांकि बाढ़ के कारण संयंत्रों को कोई क्षति नहीं पहुंची है।