सहारनपुर। मायके आई विवाहिता को ससुराल ले जाने के बहाने जेठ ने अपने साथ स्कार्पियो मे ले जाकर नशीला पदार्थ सुंघा साथी के साथ मिलकर बंधक बना गैंगरेप किया। फिर पति व ननद ने भी जहर पिलाया और उसे बेहट रोड पर फेंक गए।
पीडिता को जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया। चार दिन तक पुलिस ब्यान और तहरीर लेने मे उलझी रही। कार्यवाही न होते देख परिजनों ने एसएसपी को प्राथर्ना पत्र दिया। वहीं थाना कुतुबशेर पुलिस जांच का राग अलाप रही है।
थाना कुतुबशेर के गांव हौजखेडी निवासी इमरान की पुत्री सायमा की शादी करीब साढे तीन वर्ष पूर्व थाना देहात कोतवाली के मुगलमाजरी निवासी अब्दुल सलाम पुत्र वसीम के साथ हुई थी। कोई औलाद न होने के कारण सायमा को ससुराल मे प्रताडित किया जाने लगा।
उसके पिता का आरोप है कि दहेज के लिए भी उसे परेशान किया गया और ननद जैतून व अन्य ससुरालियें आए दिन उससे मारपीट करते थे। करीब तीन माह पहले अब्दुल सलाम सायमा को मायके मे छोड गया था और तब से वह हौजखेडी मे ही रह रही थी।
ठमरान का आरोप है कि चार सितम्बर को सायमा का जेठ इसरार गांव माहीपुरा निवासी अपने साथी मेहरबान पुत्र रसीद अहमद को लेकर उनके घर पहुंचा और आईन्दा सायमा को प्रताडित न करने का परिजनों को भरोसा दिला कर उसे स्कार्पियो मे अपने साथ ससुराल ले जाने को लेकर चला गया।
8 सितम्बर को देर रात उन्हे सायमा के जिला अस्पताल मे भर्ती होने की जानकारी मिली। जब वह अस्पताल पहुंचे तो बेटी ने बताया कि दोनों उसे ससुराल न ले जाकर शहर मे ही किसी अज्ञात स्थान पर ले गए और गाडी मे बैठते ही गांव से बाहर आकर उसे कोई नशीला पदार्थ सुंघा कर बेहोश भी कर दिया था।
दोनों ने बंधक बना उसके साथ गैंगरेप किया और शाम के समय जब पति व ननद वहां आए और उसने घटना के सम्बंध मे बताया कि तो दोनों ने उसी के साथ मारपीट की और फिर जान से मारने की नियत से उसके मुंह मे जबरन जहरीला पदार्थ उडेल दिया, जिसके बाद वह बेहोश हो गयी थी और जब होश आया तो खुद को अस्पताल मे पाया।
इमरान का कहना है कि उन्हे जानकारी मिली कि 8 सितम्बर की देर शाम सायमा को बेहट रोड पर गांव ताजपुरा के निकट फेंका गया था और पुलिस ने उसे एम्बुलेंस के जरिये अस्पताल पहुंचाया। इमरान ने आरोपियों के खिलाफ थाना कुतुबशेर मे तहरीर दी।
पुलिस चार दिन तक पीडिता के बयान लेने के बाद तहरीर पर कार्यवाही का भरोसा दिलाती रही। शनिवार को आरोपी जेठ इसरार व पीडिता के पति अब्दुल सलाम को पुलिस थाने पर उठा लाई मगर बाद मे देर रात दोनों को बिना कार्यवाही छोड भी दिया गया। इस बीच कार्यवाही न होते देख इमरान ने एसएसपी को भी प्राथर्ना पत्र दिया था।
इमरान का कहना है कि यदि अब भी पुलिस कार्यवाही नही करती तो वह इसके लिए डीआईजी के यहां गुहार लगायेंगे। जिला अस्पताल मे भर्ती सायमा की हालत चिकित्सकों ने नाजुक बताई है।
वहीं थाना कुतुबशेर इंस्पेक्टर का कहना है कि गांव मुगलमाजरा के प्रधान व दूसरे पक्ष के भी जिम्मेदार लोग थाने आए थे और रिश्तेदारी का मामला बता आपस मे ही समझौता कर लेने का भरोसा दिलाया तभी थाने लाए गए विवाहिता के जेठ और पति को उनकी सुपुर्द्गी मे दिया गया है साथ ही मामले की जांच भी चल रही है।