-
नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अमरीका यात्रा को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच ठन गई है।
भाजपा के इस दावे को खारिज करते हुए कि राहुल जिस सम्मेलन में हिस्सा लेने गए थे वह जुलाई में ही समाप्त हो गया, कांग्रेस ने उसे बिहार चुनाव पर ध्यान लगाने की नसीहत दे डाली और अपने पूर्व रुख पर कायम रहते हुए कहा कि राहुल बिहार चुनाव के प्रचार के जोर पकडऩे से पहले लौट आएंगे।
भाजपा ने जहां कांग्रेस पर झूठ का सहारा लेने का आरोप लगाया, विपक्षी पार्टी ने पलटवार करते हुए उनसे राहुल गांधी की अमरीका यात्रा के बजाय बिहार में राजग सहयोगियों के बीच चुनावी दंगल पर ध्यान केंद्रित करने को कहा।
भाजपा प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्हा राव ने आस्पेन इंस्टीटयूट के कार्यक्रम का उल्लेख किया जिसके अनुसार इसका वार्षिक कार्यक्रम वीकेंड विद चार्ली रोज 25 जून से 4 जुलाई के बीच आयोजित हुआ था।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस राहुल की अनुपस्थिति के लिए सही कारण बताने में असमर्थ है। हर दिन वे एक नई कहानी पेश कर रहे हैं। नए तथ्य ला रहे हैं जो गलत साबित हो जाता है। तथ्यों को छिपाने के लिए वह प्रकट झूठ का सहारा ले रही है जो हमें पता नहीं।
भाजपा नेता ने दावा किया कि इंस्टीट्यूट के प्रबंधक ने ऐसा कहा है कि कांग्रेस नेता के नाम के किसी व्यक्ति ने न तो उसके कार्यक्रम में हिस्सा लिया और न ही भविष्य में हिस्सा लेने का कोई कार्यक्रम है।
राव ने कहा कि राहुल गांधी निजी यात्रा पर जा सकते हैं, लेकिन कांग्रेस को देश को गुमराह करने के लिए झूठ बोलना बंद करना चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस बात पर जोर दिया कि पार्टी उपाध्यक्ष कोलराडो में आस्पेन इंस्टीच्यूट में वीकेंड विद चार्ली रोज सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए अमरीका गए हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अमरीका यात्रा पर रवाना होने के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच वाक्युद्ध छिड़ गया, भाजपा ने दावा किया कि उन्हें ‘जबरदस्ती छुट्टी’ पर भेजा गया है क्योंकि बिहार में पार्टी के सहयोगी दलों का मानना है कि उनकी मौजूदगी से विधानसभा चुनाव में उनकी संभावनाओं को नुकसान पहुंचेगा। कांग्रेस ने इसे बकवास बताते हुए भाजपा पर झूठी अफवाह फैलाने का आरोप लगाया।