जगदलपुर। विस्फोटक मामले में सिडीकेट को एक्सपोज करने की तैयारी पुलिस ने आरंभ कर दी है। तीन बार नगरनार में पकड़ाए गए मामले के तार अब जुडऩे लगे है। इसमें शहरी सफदपोश लोगों के साथ एक पत्रकार की ओर भी संदेह की सुई घूमने लगी है। गोपनीयता बनाए रखने के लिए उसका नाम अभी उजागर नहीं किया गया है।
नक्सलियों को मदद पहुंचाने वालेे लोगों में पुलिस की खुफिया कार्यवाही से हडक़ंप मचा हुआ है। नक्सलियों को बारूद व विस्फोटक पदार्थो की सप्लाई बड़े पैमाने पर करने वाले मददगारों का भांडा फूट चुका है।
पिछले माह नगरनार पुलिस द्वारा तीन बार पकड़ाए गए विस्फोटकों के तार भी कहीं-न-कहीं इस मामले से जुड़ते नजर आ रहे है। ऐसे में पुलिस ने गंभीरता से मामले की हर तार को जोडऩे की कवायद शुरू कर दी है।
बताया जाता है कि इन मददगारों से और भी नाम सामने आ सकते है। इनमें से कई सफेदपोशों के नाम भी शामिल होने का अनुमान पुलिस ने लगाया है। कुल मिलाकर नक्सलियों तक विस्फोटक पहुंचाने वाले पूरे गिरोह को बेनकाब करने की तैयारी पुलिस कर रही है।
गौरतलब है कि पुलिस ने 1750 किलो ग्राम विस्फोटक जिसमें 750 किग्रा जिलेटिन व 1000 किग्रा अमोनियम नाइट्रेट शामिल हैं, जप्त करते हुए ओडि़शा के माईनिंग इंजीनियर कमलाकांत स्वाई को गिरफ्तार किया है।
इस दौरान नक्सलियों को इतने बड़े पैमाने में विस्फोटक पहुंचाने के मामले का खुलासा किया गया। ज्ञात हो कि कमलाकांत स्वाई दरभा डिवीजनल कमेटी के मिलेट्री चीफ देवा के साथ मिलकर नक्सलियों के लिए विस्फोटकों की स्पलाई करता था।
इधर पूर्व में नगरनार पुलिस ने तीन बार बड़े पैमाने में विस्फोटक बरामद करते हुए परिवहनकर्ताओं को गिरफ्तार किया था। इन सभी मामलों के तार आपस में जुड़ते नजर आने लगे है।
पुलिस सूत्रों की माने तो फिलहाल मामले की जांच जारी है। वहीं मामले में कई और लोगों के नाम भी सामने आ सकते है। ज्ञात हो के विधान सभा चुनाव के ठीक पहले नगरनार पुलिस ने एक ट्रक अमोनियम नाइटे्रट व जिलेटिन राड बरामद की थी।
उस वक्त पुलिस ने सिर्फ परिवहनकर्ताओं को ही सलाखों के पीछे भेजा था। उसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। दूसरी बार फिर बड़ी मात्रा में पिकअप वाहन में डीजल व जिलेटिन जप्त करने की कार्यवाही की।
तीसरी बार दुपहया वाहन में अवैध रूप से परिवहन किये जा रहे विस्फोटकों को बरामद करने की कार्यवाही नगरनार पुलिस द्वारा ही की गई। तीनों मामलों में विस्फोटकों की सप्लाई ओडि़सा से की जा रही थी। ऐसे में अब तीनों मामलों को खंगालने में पुलिस जुट गई है।
पुलिस अब अपने आक्रामक तेवर दिखाते हुए नक्सलियों तक विस्फोटक पहुंचाने वाले पूरे सिंडीकेट का खुलासा करने का मन बना चुकी है और जल्द ही नये नामों का खुलासा पुलिस करने वाली है। ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि इसमें कई प्रभावशाली व सफेदपोशों के नाम उजागर होंगे।