पटना। बिहार विधानसभा की 243 में से 49 सीट के लिए सोमवार को प्रथम चरण में कराए गए मतदान में 57 प्रतिशत वोटरों ने मताधिकार का इस्तेमाल कर राज्य के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, समाज कल्याण मंत्री दामोदर रावत, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सदानंद सिंह, लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शकुनी चौधरी समेत 586 प्रत्याशियों की चुनावी किस्मत को इलेक्ट्रॉनिक वोभटग मशीन में लॉक कर दिया।
माओवादी उग्रवादियों की चुनौती के बीच कराए गए पहले चरण के मतदान में पिछले चुनाव की तुलना में 6.15 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। खास बात यह भी रही कि इस चरण के मतदान में पुरुषों की तुलना में महिलाओं ने ज्यादा बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। पुरुषों के मतदान का प्रतिशत जहां 54.50 था वहीं महिलाओं की भागीदारी 59.50 प्रतिशत रही।
उग्रवादियों के सबसे प्रभाव वाले लखीसराय, मुंगेर, बांका और जमुई जिले में बुलेट पर बैलेट की जीत हुई। मतदाताओं के उत्साह के आगे उग्रवादियों के हौसले पस्त पड़ गए और पिछले चुनाव की तुलना में इन क्षेत्रों में करीब छह से नौ प्रतिशत अधिक मतदान हुआ। बांका में 58 प्रतिशत, जमुई में 57, मुंगेर में 55 और लखीसराय में 54 प्रतिशत मतदान हुआ। इस चरण में सबसे ज्यादा 61 प्रतिशत मतदान खगडिय़ा जिले में हुआ। समस्तीपुर में भी 60 प्रतिशत लोगों ने मतदान में हिस्सा लिया । वहीं सबसे कम 53 प्रतिशत मतदान नवादा में हुआ। पिछले चुनाव में यहां 53 प्रतिशत ही मतदान हुआ था।
मतदान के दौरान जमुई जिले के सोनो थाना क्षेत्र के महेश्वरी गांव में कुछ लोगों ने चकाई से लोजपा के प्रत्याशी विजय कुमार सिंह पर गोलियां चलाई जिसमें वह बाल-बाल बच गए । पुलिस ने हमलावरों में से एक को दबोच लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। इस एक घटना को छोड़कर मतदान वाले अन्य किसी भी हिस्से से अप्रिय वारदात की सूचना नहीं है।
इस बीच सत्ता के दोनों दावेदार भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और जदयू नेतृत्व वाला महागठबंधन ने प्रथम चरण के मतदान के समाप्त होने के बाद दावा किया कि इस चुनाव में उनकी जीत निश्चित है। एक ओर जहां महागठबंधन के घटक दल राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज कुमार झा ने दावा किया कि उनके गठबंधन को कम से कम 40 सीट मिलेगी। वहीं दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने राजग के लिए 36 से अधिक सीटों पर जीत का दावा किया है।
गौरतलब है कि राज्य में इस बार पांच चरणों में 12 , 16 , 28 अक्टूबर तथा एक और पांच नवंबर को मतदान होगा। सभी सीटों के लिए मतगणना आठ नवम्बर को होगी।
बिहार के दस जिलों के कुल 49 विधानसभा क्षेत्रों में जहां सोमवार को मतदान संपन्न हुआ कुल सामान्य मतदाताओं की संख्या 1,35,55,260 थी और 17,079 सेवा मतदाता थे। सामान्य मतदाताओं में 72,37,253 पुरुष, 63,17,602 महिला और 405 तीसरे लिंग के थे।
बिहार विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण में भाग्य आजमा रहे 583 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला मतदान के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में बंद हो गया। इन उम्मीदवरों में 54 महिलाएं शामिल हैं। मस्तीपुर, मोरवा, मोहिद्दीनगर, रोसडा, बछवाडा, बेगूसराय, खगडिय़ा, परबत्ता, बिहपुर, अमरपुर, धोरैया, कटोरिया, गोविंदपुर और चकाई में एक से अधिक महिला उम्मीदवार हैं।
बिहार में बसपा ने प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण की इन 49 सीटों पर सबसे अधिक 41 उम्मीदवार उतारे थे। इसके अलावा भाजपा ने 27 उम्मीदवार, भाकपा ने 25, जदयू ने 24, राजद ने 17, लोजपा ने 13, माकपा ने 12, कांग्रेस ने आठ, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और राकांपा ने छह-छह, अन्य दलों ने 210 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे थे तथा इनके साथ-साथ 194 निर्दलीय प्रत्याशी थे।