नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भ्रष्टाचार निरोधी शाखा (एसीबी) प्रमुख मुकेश कुमार मीणा के बीच एक बार फिर जंग छिड़ गई है।
केजरीवाल ने मुकेश मीणा को नोटिस जारी कर एसीबी से सम्बधित कई मामलों में जवाब तलब किया है। साथ ही केजरीवाल ने मीणा पर अन्य कर्मचारियों के साथ खराब बर्ताव का भी आरोप लगाया गया है।
जानकारी के अनुसार केजरीवाल ने इस नोटिस में मीणा से कई सवाल पूछे हैं। इसमें आपने एडिशनल कमिश्नर एस एस यादव से प्राथमिकी की कॉपी क्यों छीना? एसीबी परिसर में अर्धसैनिक बल क्यों तैनात किए गए? मीणा ने भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन का नंबर बदलने पर बयान कैसे दिया? जबकि यह हेल्पलाइन खुद सीएम कार्य़ालय की निगरानी में काम कर रही है? शामिल है।
केजरीवाल ने इन सभी प्रश्नों के जवाब के लिए मीणा को दस दिन का समय दिया है। साथ ही नोटिस में कहा गया है कि मीणा दस दिन में जवाब नहीं देंते है तो जांच के लिए तैयार रहें।
इससे पहले मीणा की एसीबी प्रमुख की नियुक्ति पर भी केजरीवाल सरकार ने आपत्ति जताई थी। इस मामले में उपराज्यपाल के साथ उनका विवाद भी हुआ था। उसके बाद कई मामलों को लेकर केजरीवाल सरकार और एसीबी प्रमुख मुकेश मीणा के बीच टकराव के मामले भी सामने आए हैं।
ख़ास बात यह है कि उच्चन्यायालय के दखल के बाद दिल्ली और केंद्र सरकार के बीच चल रहे विवाद पर संघर्षविराम लग गया था। लेकिन शुक्रवार को दोनो सरकारों के बीच एक बार फिर गतिरोध उतपन्न हो गया जब दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया की केंद्र सरकार ने उनसे बिना पूछे उनके अहम अफसरों के तबादले कर दिए।
इसके बाद अब केजरीवाल ने मीणा को नोटिस जारी कर दिया है, जिससे केजरीवाल और उपराज्यपाल के बीच की जंग फिर शुरू होती दिख रही है।
जानकारी हो कि हाल में भ्रष्टाचार निरोधी शाखा ने प्याज खरीद, सीएनजी फिटनेस, विज्ञापनों के आवंटन और चीनी की खरीद समेत कई मामलों में जांच के आदेश दिए थे। इसका जवाब केजरीवाल ने मेमो जारी कर दिया है।