नई दिल्ली। राजधानी में शुक्रवार को दो बच्चियों एक ढाई साल की और दूसरी पांच साल की के साथ क्रूर अमानवीय बलात्कार की घटना को लेकर लोगों में गुस्सा है और विरोधी दलोंं के बीच राजनीति शुरू हो गई है।
इस पूरे मामले मेंं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि वह महिलाओं को सुरक्षा मुहैया कराने में पूरी तरह असफल रही है।
इन दोनों बच्चियों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। गौरतलब है कि एक सप्ताह पहले भी एक नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार की घटना हुई थी।
पहले मामले में पश्चिम दिल्ली के निहाल विहार इलाके से रामलीला के दौरान बाइक सवार दो लोगों ने शुक्रवार रात ढाई वर्षीय बच्ची का अपहरण कर लिया। बाद में बच्ची एक पार्क में मिली, उसके शरीर से बुरी तरह खून बह रहा था और वह रो रही थी। इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
दूसरी घटना मेंं पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार इलाके की एक झुग्गी-बस्ती मेंं शुक्रवार शाम किराएदार और उसके दो साथियों ने पांच साल की बच्ची के साथ कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया। बच्ची के माता-पिता मजदूर हैं और घटना के वक्त वह घर में अकेली थी।
आरोपियों ने उसे बहलाकर अपने घर बुलाया था। घटना का पता चलने के बाद पड़ोसियों ने तीनों की बुरी तरह पिटाई करने के बाद उन्हें पुलिस को सौंप दिया। आरोपियों की पहचान प्रकाश, रेवती और सीताराम के रूप में हुई है।
दोनों बच्चियां बुरी तरह घायल हैं और अलग-अलग अस्पतालों में उनका इलाज चल रहा है। पश्चिमोत्तर दिल्ली के केशवपुरम इलाके में चार साल की बच्ची के साथ हुई बलात्कार की क्रूर घटना के एक सप्ताह बाद ये घटनाएं हुई हैं।
दिल्ली सरकार के नियंत्रण में हो पुलिस
दिल्ली पुलिस का नियंत्रण दिल्ली सरकार को सौंपने की पुरजोर वकालत करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दो नाबालिग लड़कियों से यहां सामूहिक बलात्कार के मद्देनजर प्रधानमंत्री और उपराज्यपाल से मुलाकात का समय मांगा।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री जी, दिल्ली पुलिस का नियंत्रण एक साल के लिए दिल्ली सरकार को दें। अगर हालात में सुधार नहीं होता है तो उसे वापस ले लें। दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा पर चर्चा के लिए उपराज्यपाल और पीएम से समय मांग रहा हूं।
मामलों पर सख्त नजरिया अपनाते हुए उन्होंने कहा कि नाबालिगों से बार-बार बलात्कार की घटनाएं चिंताजनक और शर्मनाक हैं। दिल्ली पुलिस सुरक्षा प्रदान करने में पूरी तरह विफल रही है। पीएम और उनके एलजी क्या कर रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा कि अगर केंद्र पुलिस को अपने नियंत्रण में रखना चाहता है तो मोदी उत्तरदायी हैं और उनसे जंग से मिलने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि जंग आप सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप करने को ज्यादा उत्सुक हैं।
उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल और दिल्ली पुलिस के पास सिर्फ हमारे काम में हस्तक्षेप करने का काम बचा है। बजाय इसके उन्हें राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
केजरीवाल ने अस्पताल का दौरा किया जहां पीडि़ता का इलाज किया जा रहा है और कहा कि उनकी सरकार के पास पुलिस का नियंत्रण लेने और सुरक्षा प्रदान करने के लिए जरूरी धन है।
सरकार के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि दिल्ली पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी आप से संबंधित मुद्दों पर टिप्पणी करने के लिए हमेशा आगे आते हैं। लेकिन अब वह मौन है। पुलिस की जवाबदेही तय की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग अपनी सारी समस्याओं के साथ निर्वाचित प्रतिनिधियों के पास आते हैं और पुलिस व्यवस्था के बारे में उनकी भी बात सुनी जानी चाहि।