बेंगलुरू। भाजपा के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री के एस ईश्वरप्पा शनिवार को विवाद के घेरे में आ गए जब उन्होंने एक महिला पत्रकार से सवाल किया कि विपक्षी पार्टियां क्या कर सकती हैं, अगर कोई उन्हें खींचता है और बलात्कार करता है। उनकी इस टिप्पणी की विभिन्न पक्षों ने तीखी आलोचना की है।
मीडिया, राजनीतिक दलों और विभिन्न संगठनों द्वारा उनके विवादित बयान की आलोचना किए जाने के बीच ईश्वरप्पा ने कहा कि उनकी बातों को मीडिया में गलत तरीके से पेश किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में भाजपा के नेता जगदीश शेट्टार ने कहा कि अगर यह बयान वास्तव में वैसा है, तो यह सही नहीं है।
इस मुद्दे पर आंदोलनरत पत्रकारों ने यह मु्द्दा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के समक्ष उठाया और कार्रवाई की मांग की। एक महिला पत्रकार ने सवाल किया था कि क्या विपक्षी भाजपा ऐसे अपराधों पर राज्य सरकार को जवाबदेह बनाने के अपने कर्तव्य का पालन करने में नाकाम रही है।
इसके जवाब में विधान परिषद में विपक्ष के नेता ईश्वरप्पा ने कहा कि आप महिला हैं।, आप अभी यहां हैं, अगर कोई आपको खींचता है और आपके साथ दुष्कर्म करता है, और हम विपक्षी लोग कहीं और होंगे। हम क्या कर सकते हैं?
उन्होंने कहा कि आप मुझे बताइए कि हमें क्या करने की आवश्यकता है, हम वह करेंगे। जब छह साल की एक बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया, हमने विधानमंडल में इसकी आलोचना की। हमने हर तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जो हमें कर सकते थे। लेकिन आप लोगों ने मेरी भाषा पर आपत्ति जताई।
बाद में स्पष्टीकरण देते हुए ईश्वरप्पा ने कहा कि जिस प्रकार मीडिया ने इसे चित्रित किया है, उससे वह चकित हैं। उन्होंने कहा कि महिला पत्रकार मेरी बेटी की तरह हैं, लोग जानते हैं कि ईश्वरप्पा और भाजपा महिलाओं के खिलाफ इस प्रकार के अपराधों से लड़ती रही है।