लंदन। बुजुर्गों पर यौन हमला करने की दोषी भारतीय मूल की 25 साल की एक महिला की सजा की अवधि 10 साल से बढ़ाकर 15 साल कर दी गई है। यह महिला वृद्ध लोगों की देखभाल करने वाले एक केंद्र में काम करती थी। उसने जिन लोगों को निशाना बनाया, उनमें 101 वर्ष की एक वृद्ध महिला भी शामिल थी।
क्रिस्टिना सेठी ने जनवरी 2014 से मई 2015 के बीच दक्षिण पश्चिमी इंग्लैण्ड के डेवोन स्थित एक बुजुर्ग देखभाल गृह में एक पुरुष और दो महिलाओं को निशाना बनाया। उसने इस कृत्य को अपने मोबाइल फोन से फिल्माया और फिर इसे अपने पुरुष मित्र के साथ साझा किया।
प्लाईमाउथ क्राउन कोर्ट ने अगस्त में उसे 10 साल कैद की सजा सुनाई थी। लेकिन कोर्ट ऑफ अपील में तीन वरिष्ठ न्यायाधीशों ने सजा बढ़ाने का फैसला किया। जस्टिस हैलेट ने कहा कि सेठी को कम से कम 15 साल की सजा दी जानी चाहिए। सेठी ने डेमेंशिया ग्रस्त लोगों को जानबूझकर निशाना बनाया।
उसके द्वारा यौन उत्पीडि़त किए गए लोगों में 101 वर्ष की एक वृद्धा भी शामिल थी। पीडि़तों में से एक की मौत हो चुकी है। सेठी ने जुलाई में यौन हमले के तीन आरोपों और दो यौन हमलों का गुनाह स्वीकार किया था।
सजा सुनाते समय न्यायाधीश रिचर्ड स्टीड ने कहा था कि उसने अपनी देखरेख में रहने वाले बुजुर्गों के साथ ऐसा कृत्य कर भयावह अपराध किया है। उन्होंने कहा कि तुमने तीन बुजुर्ग लोगों को अपमानित किया जिन्होंने तुम पर विश्वास किया था। डेवोन और कोर्नवानल पुलिस ने सेठी के अपराध को समझ से बाहर करार दिया।