नई दिल्ली। भारतीय नौसेना के दो नाविकों पर एक महिला ने दक्षिण कोरिया में यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया है और नौसेना उनके खिलाफ कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी शुरू करेगी।
जहाज वहां सद्भावना यात्रा पर था। यह घटनाक्रम नौसेना के लिए भारी शर्मिंदगी के तौर पर आया है। भारतीय दूतावास और नौसैनिक जहाज के अधिकारियों ने रविवार को शिकायतकर्ता और उसके परिवार से माफी मांगी, जिसे स्वीकार कर लिया गया। इसके जरिए मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से निपटारा किया गया।
नौसेना सूत्रों ने बताया कि हमारी इस तरह की घटनाओं के प्रति रत्ती भर भी बर्दाश्त नहीं करने की नीति है। दोनों के वापस आने पर दोनों के खिलाफ कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी शुरू की जाएगी।
सोल स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि इस घटना के कारण भारत और कोरिया गणराज्य के बीच जो सद्भावना है उसे कम नहीं होने दिया जाएगा। जहाज मंगलवार को इंचियोन से रवाना हुआ। वह भारत की ऐक्ट ईस्ट पॉलिसी के अनुरूप पश्चिमोत्तर प्रशांत क्षेत्र और दक्षिण चीन सागर में ऑपरेशनल तैनाती के लिए गया है।
26 अक्तूबर को जारी वक्तव्य में कहा गया कि यह दोहराया जाता है कि किसी भी परिस्थिति में इस तरह के आचरण को भारतीय नौसेना या भारत सरकार द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आचार संहिता के किसी भी उल्लंघन से भारतीय नौसेना कानून के सर्वाधिक कठोर प्रावधानों के अनुसार निपटा जाएगा।