लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की मतगणना अभी भी जारी है। अब तक आये नतीजों से जहां सूबे की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी को झटका लगा है, वहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एमआईएम ने उप्र में पहली बार अपना खाता खोला है।
ओवैसी की पार्टी ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के गढ़ आजमगढ़ से अपना खाता खोला है। एमआईएम का दावा है कि उनके समर्थित प्रत्याशियों ने आजमगढ़ और मुज्जफ्फरनगर में जीत दर्ज की है।
उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत सदस्यों के लिए अभी भी मतगणना का काम जारी है। अपराह्न 1.30 बजे तक क्षेत्र पंचायत के 77576 पदों में से 72209 वार्ड के नतीजे घोषित किए गए। वहीं जिला पंचायत सदस्यों के 3112 पदों में से अब तक 475 के नतीजे सामने आए हैं।
अब तक आये नतीजों में प्रदेश की अखिलेश सरकार के कई मंत्रियों के रिश्तेदार पराजित हो चुके हैं। हालांकि कुछ मंत्रियों के रिश्तेदारों को जीत भी मिली है।
सपा सांसद के भाई और वर्तमान जिला पंचायात अध्यक्ष शिशुपाल यादव 200 वोटों से पीछे चल रहे हैं। गाजीपुर से मंत्री कैलाश यादव का बेटा वीरेंद्र यादव 899 वोटों से पीछे चल रहा था, उसे जबरन जितवाने का आरोप है। जालौन में सपा सांसद डॉ. चंद्रपाल यादव के भाई की पत्नी उमादेवी डीडीसी के चुनाव में 4 हजार वोटों से पिछड़ गई हैं।
अमरोहा में मंत्री महबूब अली की पत्नी और बेटा काउंटिंग में आगे चल रहे थे। देर रात के बाद वे पिछड़ गए हैं। मेरठ में मंत्री शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश पर फर्जी वोट कराने का आरोप लगा है। हालांकि, वह 800 वोटों के अंतर से चुनाव जीत लिया है। नवाजिश ने माछरा के वार्ड नंबर 31 से डीडीसी प्रत्याशी थे।
सीतापुर में राज्यमंत्री रामपाल राजवंशी की दोनों बेटियों को करारी हार का सामना करना पड़ा। वहीं, सपा महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष के पति भी चुनाव हार गए हैं। बलरामपुर में जंतु उद्यान राज्यमंत्री डॉ. एसपी यादव की पत्नी, बेटा और छोटी बहू चुनाव मैदान में थे। तीनों काउंटिंग में पीछे चल रहे हैं।
फर्रुखाबाद में भी सपा को झटका लग सकता है। यहां के कायमगंज ब्लॉक में जिला पंचायत की चतुर्थ सीट से अलीगंज विधायक रामेश्र यादव के बेटे सुबोध यादव दो फेज की काउंटिंग में 353 वोटों से पीछे चल रहे है। फैजाबाद में कैबिनट मंत्री अवधेश प्रसाद की बीवी और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पिछड़ गई हैं। उनके बेटे अमित कुमार पीछे चल रहे हैं।
संतकबीर नगर में पंचायत वार्ड नंबर 31 से स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री शंखलाल मांझी की पत्नी अंजनी मांझी को भी हार का सामना करना पड़ सकता है। काउंटिंग में शंखलाल मांझी की पत्नी तीसरे नंबर पर चल रही हैं।
गोंडा में मंत्री पंडित सिंह के भाई की पत्नी बबिता सिंह रिकॉर्ड 18 हजार वोटों से चुनाव जीत गई हैं। जालौन से बीजेपी सांसद भानुप्रताप के बेटे जयभान सिंह को भी करारी हार मिली है।
जमानत भी न बचा सके तोताराम यादव
उत्तर प्रदेश में दर्जा प्राप्त मंत्री तोताराम यादव जिला पंचायत सदस्य के पद के चुनाव में कड़वी हार मिली है। मैनपुरी के जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे तोताराम यादव बूथ कैप्चरिंग के बाद भी अपनी जमानत तक नहीं बचा सके। रविवार देर रात तक तोताराम चैथे स्थान पर चल रहे थे। उन्हें मात्र 412 वोट मिले हैं। चुनाव के दौरान रायपुर में बूथ कैप्चरिंग का वीडियो वायरल होने के बाद तोताराम सुर्खियों में आए थे। इस बूथ पर पुनर्मतदान हुआ था। तोताराम सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के बड़े खास बताये जाते हैं।