नई दिल्ली। देश में कथित असहनशीलता के विरोध में लेखकों, साहित्यकारों और फ़िल्मकारों के सम्मान वापसी को देश का अपमान बताते हुए बॉलीवुड की हस्तियां और बुध्दिजिवियों ने ‘जनपथ से राजपथ’ तक मार्च किया।
इन लोगों ने इसे ‘मार्च फॉर इंडिया’ नाम दिया। अनुपम खेर, राजा बुंदेला, मधुर भंडारकर, नरेंद्र कोहली सहित कई जाने-माने लोगों के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने दिल्ली के जंतर-मंतर से राष्ट्रपति भवन तक मार्च किया और राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया।
असहनशीलता के नाम पर सम्मान वापसी से नाराज़ अनुपम खेर ने दिल्ली के जनपथ स्थित नेशनल म्यूजियम से मार्च की शुरूआत की। शुरआत में अनुपम खेर ने लोगों को संबोधित किया और कहा कि हम सब देश की छवि खराब करने के लिए की जा रही साज़िश को सफल नहीं होने देंगे।
भारत एक सहनशील देश है और इसी संदेश के साथ वह राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। खेर के मुताबिक उन्होंने प्रधानमंत्री से भी मिलने का अनुरोध किया है ताकि मार्च फॉर इंडिया में शामिल हो रहे लोग अपने विचार प्रधानमंत्री के सामने रख सकें। इसके अलावा अनुपम खेर ने सवाल उठाया कि क्या पिछले चौदह महीनों में ही असहिष्णुता बढ़ी है? सिखों की हत्या नहीं हुई, इमरजेंसी नहीं हुई?
जानकारी हो कि इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में पार्टी के नेताओं ने असहिष्णुता के माहौल पर चिंता जताते हुए राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाला था और राष्ट्रपति से दखल देने के लिए अपील की थी।