वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में भी बिहार के बिधानसभा चुनाव परिणाम को लेकर लोगों की निगाहें टीवी चैनलों पर अटकी रही।
रविवार सुबह जहां भाजपा की बढ़त देख कार्यकर्ता बिहार के मूल निवासी और हजारों की संख्या में रहने वाले पार्टी समर्थक इतराने लगे वहीं महागठबन्धन से जुड़े समर्थक और नागरिक मायुस दिखने लगे।
लेकिन जैसे ही घड़ी की सुइयां ऊपर होने लगी और महागठबन्धन की बढ़त सौ से ऊपर होने लगा फिर इनकी खुशियां देखते बनती थी। इसमें मजदूर वर्ग से लेकर रिक्शा चालक छात्र और बिहार के स्थानीय नागरिक भी शामिल थे।
लक्सा थाने से चन्द कदम की दूरी पर एक चबुतरे पर बैठे बिहार के सिवान और छपरा के रिक्शाचालक फेनी यादव, सोनू प्रसाद, मोलई यादव, सेचई चैहान और उनके आधा दर्जन साथी टीवी देख रहे थे।
जैसे ही समाचार के प्रस्तोता ने बताया कि बिहार में तीसरी बार बहुमत से नीतिश कुमार की सरकार बनने वाली है तो उनकी खुशी देखते बन रही थी। झट टुटही लालटेन के नीेचे मिट्टी पोत उसे उठाकर कर नाचने लगे।
यह देख वहां से गुजर रहा यह संवाददाता भी रूक गया। पूछा कि अब क्या बिहार में उनको काम मिल जायेगा। इस पर झट से मोलई बोला, भईया बिहार में नीतिश कुमार बढ़ा काम कइये हउअन और फिर करिहन। सड़क बनवल, बिजली पानी देहलन बाकी उनकर और लालू का तोड़ बिहार में नइखे कोई।
कहा कि दोनों के जीत से हम लोगों का भी सम्मान बढ़ल। मोदी जी अच्छा हउअन लेकिन मंहगाई के चलते सब लोग परेशान बा। यह कहने पर कि प्रधानमंत्री के क्षेत्र में रोजगार मिला है तो कहा कि हा भइया जांगर चला के काम चलेला।
मोदी कुछ लोगन के रिक्शा बटवउले रहले। पर हम लोग क सुध इंहा के लेत बा। पुलिस और होमगार्ड वाले जब चाहे ल डंडा से मार देहल। इ सब भाजपा क नेता लोग न देखते। बिहार में लालू और नीतिश विश्वास बा कि गरीबे के लिए काम करिहें।