4 से 6 सितंबर को बिरला सिटी वाटर पार्क में होने वाले तीन दिवसीय अजमेर लिटरेचर फेस्टिवल में अजमेर की एतिहासिक धरोहर और सांस्कृतिक तस्वीर देश भर से आने वाले पत्रकार ,लेखक, चिन्तक, समाजसेवी और बॉलीवुड से जुड़े लोगो के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगी।
इसके लिए फेस्टिवल आयोजको की ओर से आयोजन स्थल पर तीर्थ राज पुष्कर, ढाई दिन का झोपड़ा और आनासागर के परिदृश्यों वाले विशाल मंच बनाये जा रहे हैं। डॉ रजनी भार्गव ने बताया कि तीनो मंचो की रूप रेखा तैयार कर ली गई है।
मंचो की विशेषता यह होगी कि उनसे अजमेर की विरासत का लोगो को सीधा आभास होगा। पहला मंच तीर्थ राज पुष्कर की थीम पर होगा। जिसमे पुष्कर राज के गुरुघाट का चित्ररण होगा। यहाँ सरोवर व् घाट के बड़े फ्लक्स लगाये गए है।
दूसरा मंच ढाई दिन के झोपड़े का स्वरुप लिए होगा। वहीं तीसरा मंच एतिहासिक झील अनासागर की बारादरी का एहसास कराएगा। तीनों पण्डालों की सजावट का कार्य अजय भटनागर, इंदु जैन एवं रवि गर्ग के निदेशन में हो रहा है।
समानंतर चलने वाले सत्रों के लिए निर्मित पंडालों का नामकरण गऊ घाट, अढाई दिन का झोपड़ा तथा बारादरी रखा गया है। इन पंडालों में चलने वालेसत्र तदनुरूप शैली एवं रूचि के होंगे । दर्शकों के बैठने के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है ।
ध्वनि प्रसारण के लिए क्लोज स्पीकर लगाये जा रहे हैं ताकि एक पंडाल की आवाज दूसरे पंडाल में न पहुंचे । इस तीन दिवसीय लिट् फेस्ट मे प्रसारण हेतु बीसियों एल इ डी भी लगाये गए हैं । निरंजन महावर ने बताया क़ि सुरक्षा का भी पूरा इंतजाम किया गया है।
समन्वयक रास बिहारी गौड़ ने बताया कि साहित्य के इस उत्सव में तीन दिन में पंद्रह सत्र होंगे जिनमें देश के ख्यात नाम साहित्यकार, फ़िल्मकार, कवि और पत्रकार शिरकत करेंगे ।