नई दिल्ली। देश में कथित तौर पर बढ़ती असहिष्णुता को लेकर बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान के बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रिया हो रही हैं। सोशल मीडिया सहित फिल्म क्षेत्र के कई लोगों ने आमिर को आड़े हाथों लिया हैं और उनके बयान की आलोचना की हैं।
जानकारी हो कि देश में कथित तौर पर बढ़ती असहिष्णुता को लेकर बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान ने बयान दिया था कि हाल ही में हुई कई घटनाओं ने उन्हें ‘चिंतित’ किया है और उनकी पत्नी किरण राव ने यहां तक सुझाव दे दिया कि उन्हें देश छोड़ देना चाहिए। आमिर ने असहिष्णुता को लेकर उन लोगों का समर्थन किया जो अपने पुरस्कार लौटा रहे हैं I
आमिर के बयान पर कई फिल्मी सितारों ने उनके प्रति नाराजगी जताते हुए उनके इस तरह के बयान का विरोध किया है। आमिर के बयान पर अनुपम खेर ने नाराजगी जताते हुए ट्विटर के जरिये आमिर से सवाल किया हैं कि किरण किस देश जाना पसंद करेंगी? सिर्फ सात-आठ माह में ‘इनक्रेडिबल इंडिया’ ‘ इनटॉलरेंट इंडिया’ कब बन गया’?
उन्होंने एक अन्य ट्वीट करते हुए कहा कि ‘किरण से उन्हें यह पूछना चाहिए कि वह किस देश जाना पसंद करेंगी’? अनुपम ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि ‘क्या आपने उन्हें बताया कि इस देश ने उन्हें आमिर खान बनाया और उन्हें एक बड़ी पहचान दिलाई।
आमिर के बयान पर विरोध जताने वालों में फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा, अभिनेता और भाजपा सांसद परेश रावल और अभिनेता और भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी ट्विटर पर इसके खिलाफ अपनी तीखी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की हैं। रामगोपाल वर्मा ने ट्विटर पर आमिर खान के बयान पर आपत्ति जताते हुए लिखा कि यदि आमिर, शाहरुख और सलमान जो कि मुस्लिम हैं और हिंदू देश भारत के सबसे बड़े स्टार हो सकते हैं, तो मुझे यह समझ नहीं आता कि असहिष्णुता कहां है?
उन्होंने लिखा कि हिन्दुओं की प्रमुखता वाले देश में यदि तीन मुस्लिम सबसे बड़े सुपरस्टार हो सकते हैं तो यह अपने आपमें ही एक बड़ा सबूत है कि यहां बहुसंख्यक असहनशील नहीं हैं। इसे लेकर राम गोपाल वर्मा ने लोगों से एक सवाल भी पूछा है कि क्या आमिर, शाहरुख और सलमान इन तीन मुस्लिमों का भारत का सबसे बड़ा स्टार होना सबसे बड़ा सबूत नहीं है कि भारत एक सहिष्णु देश है?
वहीं, परेश रावल ने भी आमिर के इस बयान के विरोध में एक-एक कर कई ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा कि आमिर तुरंत हार मानने वालों में से नहीं, उन्हें देश छोड़ने के बारे में नहीं देश की स्थिति बदलने के लिए काम करना चाहिए। जीना यहां, मरना यहां।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि एक सच्चा देशभक्त विपरीत परिस्थितियों में अपनी मातृभूमि को नहीं छोड़ता है, बल्कि उन परिस्थितियों को बदलने का प्रयास करता है। अगर हम मानते हैं कि यह हमारी मातृभूमि है तो हम इसे छोड़ने की कभी बात नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मातृभूमि को कोई छोड़कर नहीं जाता। आमिर खुद बताएं वह क्या सोचते हैं। यह सब प्लांटेड है। क्या मोदी सरकार के आने से पहले देश में राम राज्य था?
इसके बाद उन्होंने इस मुद्दे को लेकर एक और ट्वीट किया जिसमें लिखा है, असहिष्णुता! आमिर की फिल्म ‘पीके’ में हिंदू धर्म का अच्छा खासा मजाक बनाया गया है। इसके बावजूद भी उन्हें हिंदुओं के गुस्से का सामना नहीं करना पड़ा और उनकी फिल्म सुपरहिट हुई और करोड़ों रुपए की कमाई की।
साथ ही, फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने भी ट्विटर के जरिए आमिर के बयान पर विरोध जताते हुए कहा कि अब जब आमिर खान को भी यह लगता है कि हम असहिष्णु राष्ट्र हैं, हम सबको सामने आकर यह साबित कर देना चाहिए कि हम वाकई कितने असहिष्णु हैं। एक अन्य ट्वीट में पंडित ने कहा कि आमिर खान एक सुपरस्टार हैं जिन्हें भारत भर में प्यार किया जाता है और सराहा जाता है। ऐसे में असहिष्णुता कहां हैं।
वहीं, भाजपा सांसद और अभिनेता-गायक मनोज तिवारी ने भी आमिर खान के बयान का करते हुए कहा कि आमिर खान ने अपने इस बयान से भारत माता का अपमान किया और करोड़ों लोगों को तकलीफ पहुंचाई है। मनोज ने कहा कि अगर आमिर खान को भारत में डर लगता है तो वे स्वतंत्र हैं वहां जाने के लिए जहां उन्हें शांति मिलती है। उन्होंने कहा कि आमिर खान में अगर जरा भी देशभक्ति है, तो अपने बयान पर माफी मांगें। मनोज तिवारी ने कहा कि उन्होंने अपने प्रशंसकों के बारे में भी नहीं सोचा, उन्हें माफी मांगनी चाहिए।