वाशिंगटन। रूस द्वारा सीरिया में अपने वायु सेना ठिकाने पर सबसे उच्च तकनीक वाली विमान-रोधी प्रणाली तैनात किए जाने से अमेरिकी सेना की चिंता बढ़ गई हैं।
उल्लेखनीय है कि रूस पश्मिोत्तर सीरिया के लताकिया में एस-400 विमान-रोधी मिसाइलें भेज रहा है। यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है, जब तुर्की ने सीमा के आसपास लगातार विमानों की बड़ी संख्या से घिर रहे वायु क्षेत्र में मंगलवार को एक रूसी लड़ाकू विमान को मार गिराया था।
एस-400 मिसाइलों में 400 किलोमीटर तक की मारक क्षमता है,जिसका अर्थ यह है कि ये तुर्की के अंदर तक जा सकती हैं या अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन विमानों के लिए खतरा पैदा कर सकती हैं। इससे सीरिया में पहले से युद्धरत सेनाओं के हितों से जुड़ी नाजुक स्थिति में एक खतरनाक पहलू और जुड़ गया है।
एक अमेरिकी अधिकारी ने बुधवार को कहा कि यह एक सक्षम हथियार प्रणाली है, जो कि किसी के लिए भी खतरा हो सकती है। सीरिया में वायु अभियानों से जुड़ी बड़ी चिंताएं हैं। अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन ने अगस्त 2014 के बाद से सीरिया और इराक में इस्लामिक स्टेट के ठिकानों पर 8000 से ज्यादा बार बमबारियां की हैं।
वहीं रूस भी सीरिया में बम गिरा रहा है लेकिन अमेरिकी और गठबंधन विमान देश के अलग हिस्सों से उड़ान भर रहे हैं। पश्चिमी देशों का कहना है कि रूस राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन को मदद दे रहा है और आईएस जिहादियों पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रहा है।
हालांकि रूस और अमेरिकी नेतृत्व वाला गठबंधन विमान चालकों को एक दूसरे के रास्ते से दूर रखने के लिए तय दिशानिर्देशों पर राजी हो गए हैं। लेकिन रूसी विमान-रोधी मिसाइलों के सीरिया में पहुंचने के कारण पेंटागन के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं।