जयपुर। नगर निगम में जनप्रतिनिधि-अधिकारियों के बीच चला आ रहे विवाद के बीच महापौर ने साफ कर दिया है कि अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों की सुननी ही पड़ेगी और उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप काम करना होगा।
उन्होने कहा कि जनता से जो बहुमत दिया है वह जनप्रतिनिधियों को दिया है और जनता की आकांक्षाए जनप्रतिनिधि से जुड़ी है।
जनप्रतिनिधि और अधिकारी सिस्टम के दो पहिए है, जिन्हे एक साथ चलने पर ही व्यवस्थाएं ठीक रहेगी और विकास को गति मिलेगी।नगर निगम बोर्ड के एक साल पूरे होने पर मीडिया से रूबरू होते हुए महापौर निर्मल नाहटा ने यह बात कही।
उन्होने निगम के एक साल की उपलब्धियों में एलईडी लाईटें लगाने, फाइल ट्रेकिंग सिस्टम शुरू करने, रिसर्जेंट राजस्थान में सड़कों की सफाई करने, ऑनलाइन टेण्डर व्यवस्था, बावडिय़ों का सौन्दर्यकरण आदि को अपने पहले साल की उपलब्धियों में गिनाया।
आयुक्त पर कार्यवाही करने के बजाय किया बचाव
साधारण सभा की बैठक के लिए बार-बार रिमाइण्डर भेजने के बाद भी निगम आयुक्त की ओर से एजेण्डा न बनाना और बैठक न बुलाने के सवाल पर महापौर ने आयुक्त का बचाव करते हुए कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। बैठक जल्द बुलाई जाएगी जबकि आमजन से जुड़े मुद्दों को उठाने के लिए हर तीन माह में साधारण सभा नियमानुसार होनी चाहिए। लेकिन 6 माह से बैठक नहीं होने के कारण पार्षद नाराज है। इसी कारण महापौर ने बैठक बुलाने के लिए आयुक्त को पत्र लिखकर दो बार रिमाइण्डर भेजा था।
फाइलों-कागजों में काम लेकिन आमजन परेशान
ऑनलाइन व मोबाइल एप के जरिए रोड लाईट, सीवर, साफ-सफाई सहित अन्य शिकायतों को दर्ज कर उनके निस्तारण को महापौर ने एक साल की उपलब्धियों में प्रमुखता से गिनाया लेकिन सच्चाई ये है कि ये सब काम शुरू होने के कुछ समय बाद ही बंद हो गए।
ऑनलाइन शिकायतें दर्ज होना बंद हो गया। जो शिकायतें दर्ज हुई उनका कागजों या फाइलों में तो डिस्पोजल हो गया, लेकिन वास्तविकता में मौके पर कुछ नहीं हुआ। आमजनता परेशान होकर निगम कार्यालय शिकायत करने पर जाती है, लेकिन वहां भी कोई सुनवाई नहीं होती।
शहर के दूसरे एंट्री पोइन्ट होंगे विकसित
दिल्ली रोड पर बने ग्रीन वैली प्रोजेक्ट की तर्ज पर निगम शहर के अन्य एंट्री पोइन्ट को भी विकसित करने की प्लानिंग कर रहा है। महापौर ने बताया कि दिल्ली रोड पर बनाए ग्रीनवैली प्रोजेक्ट की सभी ने सराहना की।
सीवर चैंबर सफाई के लिए आएगी मशीन
महापौर ने बताया कि जिस तरह शहर में सफाई के लिए मशीनरी का उपयोग किया जाता है उसी तरह जल्द ही सीवर चै बर की सफाई के लिए आधुनिक मशीनों का उपयोग किया जाएगा। ताकि सफाईकर्मियों के चै बर में उतरने और दम घुटने जैसी घटनाओं से बचा जा सके।