नई दिल्ली। भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा तैयार किया गया जनलोकपाल 2015 सोमवार को दिल्ली विधानसभा में पेश किया गया ।
जनलोकपाल के प्रावधानों के अनुसार भ्रष्टाचार साबित होने पर अधिकतम सजा आजीवन कारावास है । इसके अलावा आरोपी को 6 से 10 महीने की सजा देने के साथ जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
जनलोकपाल पेश करते हुए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि बहुप्रतिक्षित जनलोकपाल 2015 प्रस्तुत करना एैतहासिक है। मैं सौभाग्यशाली हूं जो दिल्ली के लोगों की भावनाओं से जुड़ा जनलोकपाल विधेयक विधानसभा में पेश कर रहा हूं।
हमनें दिल्लीवासियों के साथ जंतरमंतर पर भ्रष्टाचार से मुकाबले के लिए जो चिंगारी जलायी थी,वह आज ज्वाला बन गई। उन्होंने कहा कि जनलोकपाल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों की जांच करेगा। लोकपाल एक तीन सदस्यीय समिति होगी,जिसमें दो सदस्य तथा एक चेयरमैन होंगे।
लोकपाल का चुनाव करने वाली समिति में चार सदस्य होंगे। समिति के चेयरमैन दिल्ली उच्च न्यायालय के सेवा निवृत्त जज होंगे । इसके अलावा मुख्यमंत्री,विधानसभा अध्यक्ष तथा नेता प्रतिपक्ष सदस्य के रूप में होंगे।
सिसोदिया ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है कि लोकपाल के चयन की प्रक्रिया कमजोर कर दी गई है लेकिन यह पूरी तरह गलत है। जिस समिति के चेयरमैन दिल्ली उच्च न्यायालय के सेवा निवृत्त जज हों, वह समिति कमजोर कैसे हो सकती है।
इतना ही नही लोकपाल के पास जांच की शक्ति होगी। इसके लिए लोकपाल का अलग तंत्र गठित होगा। लोकपाल के विवेक पर सरकारी एजेंसी भी मामले की जांच कर सकती है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लोकपाल 6 महीने में अपनी जांच पूरी करेगा। दुर्लभ मामलों में यह समय सीमा एक साल हो सकती है। लोकपाल को महाभियोग द्वारा हटाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस विधेयक में सूचना देने वाले की सुरक्षा का भी इंतजाम किया गया है। लेकिन सूचना झूठी पाए जाने पर उसके खिलाफ भी मुकददमा चलाया जायेगा।
सोमवार को विधानसभा में उस समय अलग नजारा दिखा जब उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के सदन में जनलोकपाल विधेयक पेश करते ही विधानसभा परिसर में आप कार्यकर्ताओं ने होली शुरू कर दी।
दरअसल जैसे ही मनीष सिसोदिया ने विधेयक रखने के बाद अपना भाषण खत्म किया, आप कार्यकर्ता विधानसभा परिसर में जुटना शुरू हो गए और एक दूसरे को बधाई देते हुए रंग लगाने लगे। इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी कार्यकर्ताओं से मिलने आए और उन्हें विधेयक पेश होने की बधाई दी।