चेन्नई/नई दिल्ली। चेन्नई में बाढ़ से उत्पन्न हुए हालात में राहत-बचाव अभियान के लिए भारतीय नौसेना और थल सेना ने अपनी तीन-तीन टीमें तैनात की हैं।
चेन्नई शहर के आसपास बचाव अभियान के लिए नौसेना अपने मानव रहित विमान को भी तैनात कर रही हैI मानव रहित विमान के जरिए बाढ़ में फंसे लोगों का पता लगा कर राहत और बचाव अभियान को तेज किया जायेगा I
नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डी. के. शर्मा ने बुधवार को राजधानी दिल्ली में बुधवार को बताया कि आईएनएस ऐरावत को राहत सामग्री के साथ चेन्नई के लिए भेजा गया है, जबकि आईएनएस चेतलात तटीय इलाके में मछली पकड़ने वाले एक लापता पोत को बचाने के साथ ही अन्य राहत काम में जुटा हुआ है। मछली पकड़ने वाले इस पोत को रामेश्वरम भेज दिया गया है।
नौसेना के मुताबिक राज्य सरकार के अनुरोध पर राहत और बचाव के लिए तीन टीमों को चेन्नई में तैनात किया गया है। इसमें 20 नाविकों (पांच गोताखोरों और 15 तैराकों) की पहली टीम को गांधी नगर इलाके में तैनात किया गया है, जिसने अब तक बाढ़ में फंसे 15 लोगों को बचाया है।
इसी तरह दूसरी टीम में एक अधिकारी,16 नाविक (जिनमें चार गोताखोर और 12 तैराक शामिल हैं ) को आवश्यक उपकरणों तथा 250 खाने के पैकेट के साथ ताम्बरम स्थित आरडीओ कार्यालय में तैनात किया गया है। जबकि दो अधिकारियों तथा 50 नाविकों की तीसरी टीम को भी 200 खाने के पैकेट के साथ बाढ़ग्रस्त इलाके में राहत और बचाव कार्य में जुटी है।
नौसेना के मुताबिक पुडुचेरी में भी कई नावों और जहाजों को खाने पीने की सामग्रियों के साथ तैनात किया है। आईएनएस अडयार को राहत अभियान के लिए तैयार रखा गया है तथा एक मेडिकल टीम को भी मौके पर तैनात किया गया है। नौसेना ने चौबीस घंटे की एक हेल्पलाइन नम्बर को भी जारी किया है।
बाढ़ग्रस्त इलाकों में नौसेना के साथ ही थल सेना की भी तीन टीम भी राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैंI साथ ही एक और टीम को बेंगलुरु से सड़क के रास्ते चेन्नई भेजा गया है I
थल सेना के मुताबिक राज्य सरकार के अनुरोध पर सेना की दो बाढ़ बचाव टीम को इंजीनियर कोर के जवानों के साथ ताम्बरम, मुदिचूर, मणिपक्कम, गुडुवंचेरी और उरापक्कम में तैनात हैं। सेना की टीम ने बाढ़ में फंसे 64 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया हैं। तीसरी टीम भी राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई है।