बुलंदशहर। अहार थाना बीती रात पुलिसकर्मियों के बीच जंग का अखाड़ा बन गया। थाने में महिला कांस्टेबिल और सिपाही के बीच जमकर जूते चप्पल चले है।
पुलिस के अधिकारियों ने महिला कांस्टेबिल को अनुशासनहीनता में लाईन हाजिर कर दिया है, जबकि सिपाही के खिलाफ कोई कार्रवाही नहीं हुई है। हालांकि महिला कांस्टेबिल ने सिपाही पर जाति सूचक शब्द और छेडछाड का आरोप लगया है।
थाना अहार में महिला कांस्टेबल बीते करीब दो साल से तैनात है। थाने में तैनात एक सिपाही से उसकी तनातनी चल रही थी। आरोप है कि महिला कांस्टेबल से सिपाही ने गलत हरकत कर दी, जिसकी शिकायत उसने थाना प्रभारी से की थी। थाना प्रभारी ने महिला कांस्टेबल की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया।
सिपाही ने महिला कांस्टेबल से बदतमीजी की और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया। इस बात को लेकर काफी पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में ही दोनों में कहासुनी शुरू हो गई। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि गुस्साई महिला सिपाही ने सिपाही केपी सिंह पर पर चप्पलों की बरसात शुरू कर दी।
फिर क्या था सिपाही ने भी महिला सिपाही को कई थप्पड़ जड़ दिए। झगडा होते देख महिला सिपाही का पति वहां पहुंच गया। इसके बाद उनके बीच मारपीट शुरू हो गई। मारपीट के दौरान सिपाही घायल हो गया।
घायल सिपाही ने बताया कि वह अनूपशहर से आकर थाने में जा रहा था। तभी महिला कांस्टेबल ने अपने पति के साथ उसे रोककर मारपीट शुरू कर दी। सिपाही ने महिला सिपाही द्वारा लगाये गए आरोप को गलत बताया है।
थाना प्रभारी डीके वशिष्ठ ने बताया कि महिला कांस्टेबल ने सिपाही के गलत व्यवहार की शिकायत की थी। दीवान उस वक्त थाने में नहीं था, जिस कारण उन्होंने उसके आने पर बात कर कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
बाद में महिला कांस्टेबल ने दीवान से हाथापाई की। अनुशासनहीनता के आरोप में एसएसपी द्वारा महिला कांस्टेबिल को लाइन हाजिर कर दिया गया है।