बारडोली। लाजपोर सेंट्रल जेल से अरेस्ट किए गए पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को कामरेज पुलिस ने सोमवार को कठोर कोर्ट मे पेश किया। पुलिस ने कोर्ट से 13 दिन के रिमांड की मांग की थी लेकिन कोर्ट ने सिर्फ एक दिन का ही रिमांड मंजूर किया।
मिली जानकारी के अनुसार राजद्रोह के आरोप मे लाजपोर सेंट्रल जेल मे कैद पाटीदार आरक्षण समिति के नेता हार्दिक पटेल को कामरेज पुलिस ने रविवार को निषेधाज्ञा भंग करने के मामले मे ट्रांसफर वोरंट से कब्जा लेकर अरेस्ट किया था।
कामरेज पुलिस ने सोमवार को उसे कठोर कोर्ट मे पेश किया। पुलिस ने कोर्ट से 13 दिन के रिमांड की मांग की लेकिन कोर्ट ने एक दिन के रिमांड को मंजूरी दी। कामरेज थाना निरीक्षक पीएन पटेल ने बताया की अन्य आरोपीओ को पकडऩे और राज्य व्यापी षड्यंत्र रचने की जांच के लिए कोर्ट ने एक दिन के रिमांड की मंजूरी दी।
गौरतलब है कि 18 अक्तूबर को भारत दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट मैच के दौरान हार्दिक पटेल को पुलिस ने अरेस्ट किया था जिसके बाद पूरे राज्य मे पास के सदस्य रास्ते पर उतार आए थे और हाइवे जाम कर दिया था।
कामरेज तहसील के आंबोली के पास भी पास कार्यकर्ता अलपेश कथीरिया ने अपने साथियों के साथ मिलकर हाइवे जाम किया था। इस घटना को लेकर अलपेश कथीरिया की गिरफ्तारी के बाद हाइवे जाम करने की सूचना हार्दिक ने दी होने की बात का खुलासा हुआ था। जिसको लेकर पुलिस ने रविवार को लाजपोर जेल से हार्दिक को गिरतार कर लिया।
क्राइम ब्रांच पुलिस ने पूछताछ के लिए फिर दायर की याचिका
कोर्ट के आदेश के बाद भी लाजपोर जेल में कैद हार्दिक पटेल से पूछताछ नहीं संभव होने पर क्राइम ब्रांच के निरीक्षक जे.एच.दहिया ने सोमवार को कोर्ट में दोबारा याचिका दायर कर कोर्ट से पूछताछ के लिए मजंूरी मांगी है। आगामी दिनों में याचिका पर सुनवाई होगी।
राजद्रोह के आरोप में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को गिरतार करने के बाद क्राइम ब्रांच पुलिस ने रिमांड पर लिया था। रिमांड खत्म होने के बाद उसे कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। इसके बाद कुछ दिन पहले जांच अधिकारी जे.एच.दहिया ने कोर्ट में याचिका दायर कर हार्दिक पटेल से जेल में जाकर पूछताछ की अनुमति मांगी थी।
याचिका पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने पुलिस की याचिका मंजूर कर पुलिस को साढ़े पांच घंटे पूछताछ के लिए दिए थे। कोर्ट के आदेशानुसार शनिवार को क्राइम ब्रांच की टीम जेल में तो पहुंची, लेकिन हार्दिक के वकील को पूछताछ के वक्त साथ रखने को लेकर वकील और जांच अधिकारी दहिया के बीच विवाद शुरू हो गया। विवाद के दौरान जांच अधिकारी दहिया ने हार्दिक के वकील के खिलाफ जेल से शिकायत की कि वकील के व्यवहार के कारण पूछताछ संभव नहीं हो पाई।
वहीं हार्दिक के वकील यशवंत वाला ने दहिया के खिलाफ जेल अधीक्षक को शिकायत की कि जांच अधिकारी ने कोर्ट के आदेश का पालन नहीं किया और ठिकरा उसके सिर फोडऩे की कोशिश की जा रही है। इसी विवाद में उलझने से पूछताछ संभव नहीं हो पाई और क्राइम ब्रांच की टीम लौट आई। सोमवार को इन्हीं कारणो को कोर्ट के समक्ष रख जांच अधिकारी दहिया ने याचिका दायर कर कोर्ट से दोबारा पूछताछ के लिए वक्त देने की मांग की